ईरान ने इजराइल के खुफिया नेटवर्क से जुड़े 12 'जासूस' पकड़े, फांसी देने की तैयारी!
आरोप है कि ये ईरानी लोगों की सुरक्षा को खतरे में डालने के लिए साजिश रच रहे थे
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तेहरान/दक्षिण भारत। ईरान ने अपने यहां इजराइल से 'संबद्ध' दर्जनभर लोगों को गिरफ्तार किया है। स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, इस्लामिक रिवोल्यूशन गार्ड्स कॉर्प्स इंटेलिजेंस ऑर्गनाइजेशन ने इजराइल से संबद्ध एक नेटवर्क के 12 सदस्यों को गिरफ्तार किया, जो ईरान में तोड़फोड़ की योजना बना रहे थे।
आईआरजीसी ने बताया कि उसके खुफिया बलों ने ईरान के छह प्रांतों में इजराइल से जुड़े 12 व्यक्तियों के एक नेटवर्क का पर्दाफाश किया है।बयान में कहा गया है कि भाड़े के आतंकवादी इजराइल के साथ सहयोग कर रहे थे और ईरानी लोगों की सुरक्षा को खतरे में डालने के लिए अभियान चलाने की साजिश रच रहे थे।
आईआरजीसी ने कहा कि इजराइली शासन के आपराधिक नेताओं ने ईरान में 'सुरक्षा विरोधी उपायों' के एक सिलसिले की योजना बनाई थी, जो कि उसके और पश्चिमी तथा यूरोपीय प्रायोजकों, विशेष रूप से अमेरिका की गाजा और लेबनान के खिलाफ अपने भयावह उद्देश्यों को प्राप्त करने में निराशाजनक विफलता के मद्देनजर देश के अंदर संकट पैदा करने के प्रयासों का हिस्सा था।
जुलाई में दिए गए अपने बयान में ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खामेनेई ने इजराइली शासन की कार्रवाइयों की निंदा करते हुए कहा था कि वह कोई सरकार नहीं है।
दावा किया गया कि अक्टूबर 2023 से गाजा पर इजराइल की जवाबी कार्रवाई में 41,000 से ज्यादा लोगों की जान चली गई है।
इस अवधि में इजराइल ने अपने खुफिया नेटवर्क को मजबूत करते हुए कई बड़ी कार्रवाइयां की हैं। हाल में लेबनान में पेजर और वॉकी-टॉकी में धमाके हो गए थे। अब ईरान ने इजराइल से संबंध रखने के आरोप में जिन लोगों को पकड़ा है, उनके लिए भविष्य में मुसीबत बढ़ना तय है। प्राय: ऐसे लोगों को दुश्मन का जासूस करार देकर फांसी दे दी जाती है।