चिदंबरम का सवाल : क्या सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार भी स्टुपिड हैं ?
चिदंबरम का सवाल : क्या सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार भी स्टुपिड हैं ?
नई दिल्ली। कांग्रेस ने केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली के किसी भी पूंजीपति का ऋण माफ नहीं करने के दावे को खारिज करते हुए गुरुवार को कहा कि मोदी सरकार अपने पूंजीपति मित्रों को फायदा पहुंचाने में ’’मसरुफ’’ है और ’’मजबूत’’ और ’’मजबूर’’ का अंतर भी भूल गई है। कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने यहां पार्टी मुख्यालय में एक विशेष संवाददाता सम्मेलन में कहा कि देश का किसान, युवा और मध्यम वर्ग ’’मजबूर’’ है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चंद मित्र ’’मजबूत’’ हैं। उन्होेंने किसी भी पूंजीपति का ऋण माफ नहीं करने के जेटली के दावे को ’’झूठा’’ करार दिया और कहा कि ऋण माफी से संबंधित तमाम कागजात सार्वजनिक हैं। केंद्रीय वित्त मंत्री ने बुधवार को एक लेख में दावा किया था कि सरकार ने किसी भी ब़डे पूंजीपति का ऋण माफ नहीं किया है। सिंघवी ने आरोप लगाया कि जेटली देश से ’’झूठ’’ बोल रहे हैं। मोदी सरकार लगातार कुछ पूंजीपतियों के समूह का ऋण माफ कर रही है जबकि बैंकों की गैर निष्पादित परिसंपत्तियां उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है। उन्होंने कहा कि बैँकों की ८.३५ लाख करो़ड रुपए की लेनदारी ५० ब़डे कार्पोरेट घरानों पर हैं जिनमे से तीन गुजरात के हैं। इनमें से एक ने पिछले माह अपना एक कारोबार समेटने की घोषणा कर दी। इस कार्पोरेट पर ४५ हजार करो़ड रुपए का ऋण है। कांग्रेस नेता ने कहा कि इसी कंपनी के साथ ३० हजार करो़ड रुपए का राफेल सौदा किया जा रहा है। उन्होेंने दावा किया कि भाजपा सरकार ने पिछले तीन साल के दौरान एक लाख ८८ हजार २८७ करो़ड रुपए के ऋण माफ किए हैं। इसके बावजूद जेटली १२५ करो़ड लोगों को ’’बेवकूफ’’ बना रहे हैं। सिंघवी ने कहा कि मोदी सरकार ने उत्तरप्रदेश और महाराष्ट्र में कुछ किसानों को ऋण माफी के तौर पर मात्र ’’एक पैसा’’ माफ करने का प्रमाणपत्र जारी किया है जबकि कुछ पूंजीपतियों के १.८८ लाख करो़ड रुपए माफ किए हैं।
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