धर्म / आस्था

सदाचारी साधु-संत हैं जीवंत तीर्थ: आचार्यश्री विमलसागरसूरी सदाचारी साधु-संत हैं जीवंत तीर्थ: आचार्यश्री विमलसागरसूरी
गदग/दक्षिण भारत। सोमवार को राजस्थान जैन श्वेतांबर मूर्तिपूजक संघ के तत्वावधान में जीरावला पार्श्वनाथ सभागृह में धर्मसभा में उपस्थित जनों...
मन को विशुद्ध और आशावादी बनाती है भगवान की स्तुति: कपिल मुनि
अच्छे गुणों का श्रवण करना ही सर्वोत्तम जीवन का शुभ मार्ग: संतश्री ज्ञानमुनि
हमें हर पल परमात्मा का स्मरण रखना चाहिए: साध्वी हर्षपूर्णाश्री
संत नहीं बन सकते तो कम से कम शांत अवश्य बनें: संतश्री वरुणमुनि
समाज में शालीनता के साथ रक्षात्मकता और आक्रामकता दोनों चाहिएं: आचार्यश्री विमलसागरसूरी
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