भाजपा-जद (एस) ने 'मैसूरु चलो' मार्च शुरू किया, मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग की
येडियुरप्पा ने आरोप लगाया है कि सिद्दरामैया भ्रष्टाचार के मामले में लिप्त हैं
Photo: BYVijayendra FB page
बेंगलूरु/दक्षिण भारत। कर्नाटक में विपक्षी भाजपा और जद (एस) ने शनिवार को बेंगलूरु से सात दिवसीय 'मैसूरु चलो' मार्च शुरू किया। इसके जरिए मुख्यमंत्री सिद्दरामैया के इस्तीफे की मांग की जा रही है। आरोप लगाया गया है कि मैसूरु शहरी विकास प्राधिकरण (एमयूडीए) में अवैध जमीन आवंटन घोटाले में सिद्दरामैया शामिल हैं।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र और जद (एस) युवा विंग के अध्यक्ष निखिल कुमारस्वामी ने ढोल की थाप के बीच बिगुल बजाकर मार्च की शुरुआत की। यह सात दिवसीय मार्च है। इसका समापन 10 अगस्त को मैसूरु में एक विशाल सार्वजनिक सभा के तौर पर होगा।भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येडियुरप्पा ने आरोप लगाया है कि सिद्दरामैया भ्रष्टाचार के मामले में लिप्त हैं, लिहाजा उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए।
उन्होंने दोनों पार्टियों के नेताओं व कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि सिद्दरामैया के लिए बेहतर है कि वे खुद इस्तीफा दे दें। उन्हें सम्मानपूर्वक पद छोड़ देना चाहिए।
कर्नाटक विधानसभा में विपक्ष के नेता आर अशोक ने भी कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि इस पार्टी को मुख्यमंत्री को नोटिस जारी करने के संबंध में राज्यपाल थावरचंद गहलोत से सवाल करने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।
उन्होंने कहा, 'नोटिस दिए जाने के बाद आप (सिद्दरामैया) कांपने लगे हैं। कोई केवल कल्पना कर सकता है कि जब वे (राज्यपाल) मुख्यमंत्री के खिलाफ मुकदमा चलाने की अनुमति देंगे तो क्या होगा!'
केंद्रीय उद्योग मंत्री एचडी कुमारस्वामी ने कहा कि कांग्रेस दलित समुदायों के उत्थान की बात करती है, लेकिन एमयूडीए और वाल्मीकि निगम घोटाले में जो किया, उससे दलित विरोधी चेहरा उजागर हो गया है।