धर्म / आस्था

बीती जवानी, बहता पानी, गया समय, बोले शब्द कभी लौटकर नहीं आते: संतश्री ज्ञानमुनि बीती जवानी, बहता पानी, गया समय, बोले शब्द कभी लौटकर नहीं आते: संतश्री ज्ञानमुनि
बेंगलूरु/दक्षिण भारत। शहर के सुमतिनाथ जैन संघ यलहंका में विराजित आचार्यश्री हस्तीमलजी के शिष्य श्री ज्ञानमुनिजी के सान्निध्य में रविवार...
सद्गुरु के समागम से सन्मार्ग की प्राप्ति होती है: आचार्यश्री प्रभाकरसूरी
संसार को जीतना सरल है, स्वयं को जीतना बहुत कठिन है: संतश्री वरुणमुनि
सदाचारी साधु-संत हैं जीवंत तीर्थ: आचार्यश्री विमलसागरसूरी
मन को विशुद्ध और आशावादी बनाती है भगवान की स्तुति: कपिल मुनि
अच्छे गुणों का श्रवण करना ही सर्वोत्तम जीवन का शुभ मार्ग: संतश्री ज्ञानमुनि
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