मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने स्वास्थ्य क्षेत्र की समस्याओं का समग्र दृष्टिकोण से समाधान किया: अमित शाह

एसीयू, बेंगलूरु परिसर का हुआ उद्घाटन

मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने स्वास्थ्य क्षेत्र की समस्याओं का समग्र दृष्टिकोण से समाधान किया: अमित शाह

Photo: @AmitShah YouTube Channel

बेंगलूरु/दक्षिण भारत। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जनता के सामने आने वाले स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों के समाधान में समग्र दृष्टिकोण के लिए शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार की सराहना की।

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वे आदिचुंचनगिरि विश्वविद्यालय (एसीयू) बेंगलूरु परिसर का उद्घाटन करने के बाद संबोधित कर रहे थे।

शाह ने कहा, 'हमारे नेता एवं प्रधानमंत्री मोदी ने कई साल पहले गुजरात में कहा था कि गरीबी का सबसे बड़ा मुद्दा बीमारी है और इलाज का खर्च; प्रशासन को गरीबों की बीमारी के इलाज की व्यवस्था करनी होती है।'

उन्होंने कहा, 'मैं आज गर्व के साथ कह सकता हूं कि मोदी ने प्रधानमंत्री बनते ही 60 करोड़ गरीबों को 5 लाख रुपए तक के मुफ्त इलाज की सुविधा देकर इस सपने को पूरा किया है।'

उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने स्वास्थ्य की समस्या का समग्र दृष्टिकोण से समाधान किया है, जिसमें लगभग 12 करोड़ घरों में शौचालय बनाने, फिट इंडिया अभियान, योग दिवस, मिशन इन्द्रधनुष और पोषण अभियान, आयुष्मान भारत और भारतीय जन औषधि परियोजना जैसी पहल शामिल हैं।

उन्होंने कहा, 'एक तरह से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि कोई भी नागरिक मां के गर्भ से लेकर पूर्ण नागरिक बनने तक बीमार न पड़े और यदि वह बीमार हो भी जाए तो उसे अधिक कीमत चुकाए बिना इलाज मिल जाए।'
   
शाह ने कहा कि देश में डॉक्टरों की संख्या बढ़ाने के लिए बड़े प्रयास किए गए। साल 2014 में देश में 7 एम्स थे, आज 23 एम्स हैं और मेडिकल कॉलेजों की संख्या 387 से बढ़कर 780 हो गई है।

उन्होंने कहा, 'तब (साल 2014 में) 51,000 एमबीबीएस सीटें थीं, आज ये 1,18,000 हैं। पीजी सीटों की संख्या 31,000 थीं, आज ये 74,000 हैं। इस तरह देश में हर साल 1,18,000 एमबीबीएस डॉक्टर और 74,000 डबल ग्रेजुएट डॉक्टर निकल रहे हैं।'

शाह ने गांवों में लोगों के स्वास्थ्य में सुधार लाने के लिए कल्याण केन्द्रों की स्थापना, गरीबों के लिए मुफ्त उपचार उपलब्ध कराने और छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए आदिचुंचनगिरि मठ और उसके संस्थानों की सराहना की। उन्होंने मठ की 1,800 साल पुरानी परंपराओं को बनाए रखने के लिए निर्मलानंदनाथ स्वामीजी की प्रशंसा की।

उन्होंने कहा, 'मठ बच्चों और युवाओं को हमारी संस्कृति और परंपरा से जोड़कर, उन्हें गुणवत्तापूर्ण और आधुनिक शिक्षा प्रदान करके परंपरा और आधुनिक नवाचारों को एक साथ ला रहा है। इससे उन्हें समाज में अच्छा स्थान प्राप्त करने में मदद मिलती है।'

इस अवसर पर केंद्रीय भारी उद्योग एवं इस्पात मंत्री एचडी कुमारस्वामी, केंद्रीय रेल एवं जल शक्ति राज्य मंत्री वी सोमन्ना तथा आदिचुंचनगिरि मठ के निर्मलानंदनाथ महास्वामीजी मौजूद थे।

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