अश्विनी वैष्णव ने बेंगलूरु में जारी और प्रस्तावित रेलवे परियोजनाओं की समीक्षा की
बैठक में कई अधिकारियों ने भाग लिया

अधिकारियों को निर्देश देते हुए रेल मंत्री वैष्णव
बेंगलूरु/दक्षिण भारत। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शनिवार को बेंगलूरु में मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय में, क्षेत्र में जारी और प्रस्तावित विभिन्न रेल परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा के लिए बैठक की अध्यक्षता की।
बैठक में दक्षिण पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक अरविंद श्रीवास्तव, रेल पहिया कारखाना के महाप्रबंधक चंद्रवीर रमन, निर्माण के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी अजय शर्मा, बेंगलूरु के मंडल रेल प्रबंधक अमितेश कुमार सिन्हा सहित वरिष्ठ रेलवे अधिकारियों और के-राइड, मेट्रो तथा आरएलडीए के अधिकारियों ने भाग लिया।बैठक में वैष्णव ने प्रस्तावित सर्कुलर रेलवे परियोजना, बेंगलूरु उपनगरीय रेलवे परियोजना, उपनगरीय रेल के लिए रोलिंग स्टॉक की खरीद, बैयप्पनहल्ली-होसुर (48 किमी) और यशवंतपुर-चन्नासंद्रा (21.7 किमी) खंडों के दोहरीकरण सहित कई महत्त्वपूर्ण रेलवे परियोजनाओं की स्थिति की समीक्षा की।
इन पर विस्तार से चर्चा की
इसके अलावा बेंगलूरु मेट्रो रेल परियोजनाओं की प्रगति, प्रस्तावित हुब्बली-अंकोला रेलवे लाइन और येलहंका में रेल पहिया कारखाना के प्रदर्शन पर भी विस्तार से चर्चा की गई।
रेल मंत्री ने रेलवे ट्रैक को ऊपर उठाकर हेब्बल और बनासवाड़ी के बीच 6 लेवल क्रॉसिंग गेटों को समाप्त करने के लिए केआरआईडीई द्वारा अपनाई जा रही अनूठी कार्यप्रणाली की सराहना की, ताकि इन जगहों पर सड़क के नीचे पुल उपलब्ध कराया जा सके।
उल्लेखनीय सुधार की उम्मीद
यह भी बताया गया कि बेंगलूरु के निवासियों को ट्रैक पार करने में आसानी हो, इसके लिए पांच अतिरिक्त सब-वे का भी निर्माण किया जाएगा। उन्होंने केएसआर बेंगलूरु स्टेशन के प्रस्तावित पुनर्विकास की समीक्षा की। इस परियोजना से बुनियादी ढांचे और यात्री सुविधाओं में उल्लेखनीय सुधार की उम्मीद है।
वैष्णव ने समय पर डिलीवरी और परिचालन दक्षता सुनिश्चित करने के लिए इन परियोजनाओं को तेजी से पूरा करने की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने शहर के यातायात दबाव को कम करने में इन परियोजनाओं के महत्त्व के बारे में बताया।
मंत्री ने रेलवे परियोजनाओं की लंबी अवधि की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए योजना बनाने के महत्त्व पर जोर दिया, ताकि क्षेत्र की मांगों को पूरा किया जा सके। उन्होंने परिचालन दक्षता और स्थिरता को और बढ़ाने के लिए रखरखाव के लिए उन्नत तकनीकों को अपनाने की भी सलाह दी।