मैसूरु मंडल: अनधिकृत दलालों पर नकेल कसने के लिए आरपीएफ ने की कार्रवाई
त्योहारी सीजन में रेल यात्रियों को शोषण से बचाने के लिए आरपीएफ ने उठाए कड़े कदम
विशेष अभियान के दौरान तीन लोगों को गिरफ्तार किया
मैसूरु/दक्षिण भारत। मैसूरु मंडल रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) त्योहारी सीजन के दौरान अनधिकृत दलालों पर नकेल कसने और वास्तविक यात्रियों के शोषण को रोकने के लिए कड़े कदम उठा रहा है।
मंडल सुरक्षा आयुक्त जेके शर्मा के मार्गदर्शन में अपराध निरीक्षक एम निशाद, उपनिरीक्षक बी चंद्रशेखर और सहायक उपनिरीक्षक वेंकटेश और ईश्वर राव के नेतृत्व में एक विशेष टीम ने सोमवार को शिवमोग्गा जिले के अधिकार क्षेत्र में बड़े पैमाने पर छापेमारी की।इस दौरान तीन साइबर जोन को निशाना बनाया गया, जिसके परिणामस्वरूप अनधिकृत टिकटिंग गिरोह का भंडाफोड़ हुआ। आरपीएफ ने 2.5 लाख रुपए के रेलवे ई-टिकट और 1.25 लाख रुपए से अधिक मूल्य के कंप्यूटर, प्रिंटर और मोबाइल फोन जैसे गैजेट जब्त किए, जिनका उपयोग गिरोह द्वारा अत्यधिक कीमतों पर ई-टिकट बनाने के लिए किया जा रहा था।
इन गिरोहों ने एक कार्यप्रणाली अपनाई, जिसमें विभिन्न फोन नंबरों से जुड़ीं कई व्यक्तिगत आईडी बनाना और त्योहारी भीड़ के दौरान जरूरतमंद यात्रियों का शोषण करने और उनसे उच्च कमीशन वसूलने के लिए अनधिकृत ई-टिकट बनाना शामिल था।
यात्रियों और इस तरह के शोषण से उनकी सुरक्षा के लिए अपनी चिंता व्यक्त करते हुए मंडल रेल प्रबंधक शिल्पी अग्रवाल ने बताया कि आरपीएफ रेल यात्रियों को निशाना बनाने वाले अनधिकृत दलालों और ट्रैवल एजेंटों के खिलाफ बड़े पैमाने पर छापेमारी जारी रखेगा।
इस त्योहारी सीजन के दौरान यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने यात्रियों से ट्रैवल एजेंटों के साथ व्यवहार करते समय सतर्क रहने और लालच में न फंसने का आग्रह किया।
विशेष अभियान के दौरान तीन लोगों - श्रीरेणुका साइबर सेंटर से गणेश राम नाइक (31), श्री कम्युनिकेशन मोबाइल सेल्स से रेवन्नप्पा (36) और आर्य साइबर ज़ोन से प्रशांत हेगड़े (46) - को गिरफ्तार किया गया है।
छापेमारी में शामिल आरपीएफ टीम में हेड कांस्टेबल डी चेतन, कांस्टेबल ए प्रवीण, कांस्टेबल एलंगोवन, महिला कांस्टेबल श्रीलक्ष्मी पी सोमन और महिला कांस्टेबल तनुजा शामिल थे।
बताया गया कि मैसूरु मंडल रेलवे सुरक्षा बल सभी यात्रियों की सुरक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध है। यह यात्रियों को किसी भी अनधिकृत दलाली या संदिग्ध गतिविधियों की तुरंत आरपीएफ को रिपोर्ट करने के लिए प्रोत्साहित करता है। आरपीएफ ऐसी धोखाधड़ी से निपटने और वास्तविक यात्रियों की सुरक्षा के लिए अपने प्रयास जारी रखेगा।