कर्नाटक सरकार सूखा प्रभावित तालुकों की घोषणा पर 4 सितंबर को फैसला करेगी: सिद्दरामैया
इस साल कम बारिश हुई है
जून में बारिश में करीब 56 प्रतिशत की कमी रही
बागलकोट/दक्षिण भारत। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दरामैया ने शनिवार को कहा कि राज्य सरकार कम बारिश से जूझ रहे तालुकों को सूखा प्रभावित क्षेत्र घोषित करने पर 4 सितंबर को फैसला करेगी। उन्होंने कहा कि 113 तालुकों की पहचान पहले ही सूखे से प्रभावित के रूप में की जा चुकी है और 73 और तालुकों को सूची में जोड़ा जा सकता है, जहां संयुक्त सर्वेक्षण किया जाएगा।
सिद्दरामैया ने कहा, 'इस साल कम बारिश हुई है। जून में बारिश में करीब 56 प्रतिशत की कमी रही। फिर जुलाई में लगभग सामान्य बारिश हुई, लेकिन अगस्त में फिर बारिश में कमी हुई।'यहां पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि सूखे की स्थिति की समीक्षा के लिए राज्य के राजस्व मंत्री के नेतृत्व में एक कैबिनेट उप-समिति है, जिसकी तीन बैठकें हो चुकी हैं और वे एक बार फिर 4 सितंबर को बैठक कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सूखे के लिए 113 तालुकों की पहचान की गई है और संयुक्त सर्वेक्षण किया जा रहा है। 4 सितंबर को नियमानुसार सूखाग्रस्त घोषित करने पर फैसला आएगा। रिपोर्ट के मुताबिक अन्य 73 तालुक भी सूखे का सामना कर रहे हैं, इसलिए वहां भी संयुक्त सर्वेक्षण का आदेश दिया गया है। सर्वे रिपोर्ट आने के बाद इन्हें भी सूखाग्रस्त घोषित करने पर निर्णय लिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सूखे की घोषणा के बाद सूखा प्रभावित तालुकों की सहायता के लिए केंद्र सरकार को एक ज्ञापन सौंपा जाएगा। केंद्र सबमिशन के बाद सर्वेक्षण करने के लिए एक समिति भेजेगा, और एक बार जब वे रिपोर्ट जमा कर देंगे, तो राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया कोष (एनडीआरएफ) दिशा-निर्देशों के अनुसार धन जारी किया जाएगा।
उन्होंने कहा, राज्य सरकार इस अनुदान से राहत कार्य चलाएगी। इसके अलावा, राज्य सरकार राहत कार्यों के लिए धन भी आवंटित करेगी।
यह देखते हुए कि साल 2020 के बाद से एनडीआरएफ मानदंडों में कोई संशोधन नहीं हुआ है, सिद्दरामैया ने कहा कि एनडीआरएफ दिशा-निर्देशों को संशोधित करने और राज्यों को अधिक मुआवजा देने के लिए केंद्र सरकार को एक पत्र लिखा गया है।