प. बंगाल पंचायत चुनाव: तृणमूल कांग्रेस भारी जीत की ओर अग्रसर
पश्चिम बंगाल में त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव के लिए मंगलवार सुबह से मतगणना जारी है
एक वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी, उनके अंगरक्षक तथा कई पुलिसकर्मी और आईएसएफ के कुछ कथित सदस्य झड़प में घायल हो गए
कोलकाता/भाषा। पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस हिंसा से प्रभावित पंचायत चुनाव में भारी जीत की ओर अग्रसर दिख रही है। अभी तक हुई मतपत्रों की गिनती के बाद घोषित परिणामों में उसे अच्छी-खासी बढ़त के संकेत मिल रहे हैं।
पार्टी को बढ़त से उत्साहित मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दावा किया, इस चुनाव ने साबित कर दिया है कि केवल तृणमूल राज्य के लोगों के दिल में रहती है।पश्चिम बंगाल में त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव के लिए मंगलवार सुबह से मतगणना जारी है।
राज्य निर्वाचन आयोग (एसईसी) के अनुसार, बुधवार सुबह आठ बजे तक सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने 63,229 ग्राम पंचायत सीटों में से 34,359 पर जीत दर्ज कर ली है जबकि अन्य 752 पर उसके उम्मीदवार आगे हैं।
एसईसी की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 9,545 सीट पर जीत दर्ज की है और 180 पर उसके उम्मीदवार आगे हैं। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) ने 2,885 सीट पर जीत दर्ज की है और 96 ग्राम पंचायत सीटों पर आगे है। कांग्रेस ने 2,498 ग्राम पंचायत सीटों पर जीत दर्ज की तथा 72 अन्य पर आगे है।
पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले में मतगणना केंद्र के बाहर पुलिसकर्मियों और आईएसएफ (इंडियन सेक्युलर फ्रंट) के समर्थकों के बीच झड़प में दोनों ओर के कई लोग घायल हो गए।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह घटना मंगलवार देर रात हुई जब आईएसएफ के सदस्यों ने भंगोर में मतगणना केंद्र के बाहर कथित तौर पर बम फेंके और इसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। पुलिस कर्मियों ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए रबर की गोलियां चलाईं और आंसू गैस के गोले छोड़े।
उन्होंने कहा, एक वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी, उनके अंगरक्षक तथा कई पुलिसकर्मी और आईएसएफ के कुछ कथित सदस्य झड़प में घायल हो गए।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को पंचायत चुनाव में तृणमूल कांग्रेस को बढ़त के लिए पश्चिम बंगाल के लोगों को धन्यवाद दिया था।
बनर्जी ने एक बयान में कहा, मैं तृणमूल कांग्रेस के प्रति लोगों के प्यार, स्नेह और समर्थन के लिए उन्हें धन्यवाद देना चाहती हूं। इस चुनाव ने साबित कर दिया है कि केवल तृणमूल ही राज्य के लोगों के दिल में रहती है।
पश्चिम बंगाल में आठ जुलाई को हुए पंचायत चुनाव में व्यापक पैमाने पर हिंसा हुई थी जिसमें 15 लोगों की मौत हो गयी। मतदान के दौरान मत पेटियां लूटी गईं, मतपत्रों में आग लगाई गई और कई स्थानों पर बम भी फेंके गए। गत शनिवार को चुनाव में 80.71 प्रतिशत मतदान हुआ, जबकि सोमवार को राज्य के जिन 696 मतदान केंद्रों पर पुनर्मतदान हुआ, वहां शाम पांच बजे तक 69.85 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया।
हिंसा और मतपेटियों से छेड़छाड़ की खबरें आने के बाद कुछ मतदान केंद्रों पर फिर से मतदान कराने का फैसला किया गया था।
हिंसा में जान गंवाने वाले 15 लोगों में से 11 तृणमूल कांग्रेस से संबद्ध थे। राज्य में आठ जून को चुनाव प्रक्रिया शुरू होने के बाद से हुई हिंसा में 30 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है।
हिंसा पर रिपोर्ट देने के लिए दिल्ली पहुंचे राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने मंगलवार को पत्रकारों से कहा, ‘राजनीतिक दलों को यह समझना चाहिए कि चुनाव शारीरिक ताकत दिखाने का जरिया नहीं हैं।'