महाराष्ट्र: लाल बाग राजा मंडल ने गणेश चतुर्थी उत्सव रद्द किया

महाराष्ट्र: लाल बाग राजा मंडल ने गणेश चतुर्थी उत्सव रद्द किया

महाराष्ट्र: लाल बाग राजा मंडल ने गणेश चतुर्थी उत्सव रद्द किया

गणेशजी

मुंबई/भाषा। कोविड-19 महामारी को देखते हुए लाल बाग राजा गणेश मंडल ने इस साल गणेश चतुर्थी उत्सव रद्द करने की घोषणा की है। यह मंडल मुंबई में अपने पंडाल में गणपति की बेहद आकर्षक प्रतिमा तैयार करता है।

Dakshin Bharat at Google News
लाल बाग राजा सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडल के सचिव सुधीर साल्वी ने संवाददाताओं से कहा कि मंडल इस साल गणेश की प्रतिमा नहीं लगाएगा।

उन्होंने कहा कि मंडल इस साल रक्त एवं प्लाज्मा दान शिविर स्थापित करेगा और उन पुलिसकर्मियों के परिवारों को वित्तीय सहायता प्रदान करेगा जिनकी मौत कोविड-19 से हो गई।

‘गणेश चतुर्थी’ इस साल 22 अगस्त को है। यह 10 दिन का महोत्सव होता है। लालबाग राजा मंडल गणपति की प्रतिमा को अपने पंडाल में मध्य मुंबई में 1934 से ही लगाता रहा है।

साल्वी ने कहा, ‘हमने इस साल गणेश की प्रतिमा नहीं लगाने का निर्णय लिया है। यह उत्सव हम रक्त और प्लाज्मा दान शिविर लगाकर मनाएंगे। हम मुख्यमंत्री के राहत कोष में 25 लाख रुपये देने जा रहे हैं।’

उन्होंने कहा, ‘हम उन पुलिसकर्मियों के परिवारों को आर्थिक सहायता प्रदान करेंगे जिनकी मौत कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से हो गई। हम लद्दाख में चीनी सैनिकों के साथ झड़प में शहीद हुए 20 जवानों के परिवारों को भी सम्मानित करेंगे।’

महाराष्ट्र में गणेश उत्सव बेहद लोकप्रिय त्योहार है। मुंबई समेत राज्य के विभिन्न इलाकों में बड़े-बड़े पंडाल लगाए जाते हैं जहां 10 दिन तक हजारों श्रद्धालु आते हैं। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने पिछले महीने कोविड-19 महामारी को देखते हुए इस साल सादे तरीके से उत्सव मनाने की अपील की थी और गणेश मंडलों से आग्रह किया था कि वह सामाजिक कल्याण कार्यक्रमों को आयोजित करें।

Tags:

About The Author

Dakshin Bharat Android App Download
Dakshin Bharat iOS App Download

Latest News

स्टालिन को भाजपा-अन्नाद्रमुक गठबंधन का डर सता रहा है: डॉ. एल मुरुगन स्टालिन को भाजपा-अन्नाद्रमुक गठबंधन का डर सता रहा है: डॉ. एल मुरुगन
चेन्नई/दक्षिण भारत। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण तथा संसदीय कार्य राज्य मंत्री डॉ. एल मुरुगन ने तमिलनाडु में सत्तारूढ़ द्रमुक पर...
बेंगलूरु भगदड़: कर्नाटक सरकार ने उच्च न्यायालय में क्या कहा?
आत्मा ही कर्मों की कर्ता और भोक्ता है: आचार्यश्री प्रभाकरसूरी
तप में तपने वाला तपस्वी कालजयी बनता है: साध्वीश्री पावनप्रभा
'चिंतन से जीवन परिवर्तन होता है और परिवर्तन ही प्रगति का कारण है'
संयमी साधु-संतों के दर्शन से कष्ट नष्ट हो जाते हैं: आचार्यश्री विमलसागरसूरी
यह दुश्चक्र तोड़ें