निर्माण उद्योग की समस्याओं का समाधान पर ध्यान दें : वेलूमणि

निर्माण उद्योग की समस्याओं का समाधान पर ध्यान दें : वेलूमणि

कोयंबटूर/दक्षिण भारतनगरपालिका प्रशासन मंत्री एस पी वेलुमणि ने मंगलवार को बिल्डर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (बीएआई) द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान निर्माण उद्योग के सामने आने वाले मुद्दों के बारे में मुख्य मंत्री को अवगत कराकर उनकी समस्याओं का समाधान करने का आश्वासन दिया। बीएआई द्वारा आयोजित अपने संघ के पदाधिकारी की नई टीम के संबंध में बताने के लिए आयोजित एक समारोह में उन्होंने कहा कि तमिलनाडु सरकार राज्य के समग्र विकास को ध्यान में रखते हुए कई योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू कर रही है। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु को देश में एक नंबर एक राज्य बनाने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं। बाद में, उन्होंने कोयम्बटूर में विकास योजनाओं की प्रगति के बारे में बताया। इससे पूर्व उन्होंने बिल्डर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के स्मारिका का विमोचन किया। बीएआई के अखिल भारतीय अध्यक्ष ए पूगझेंदी ने नए अध्यक्ष चिन्नास्वामी और उनकी टीम को पद की शपथ दिलाई। अपने संबोधन में, राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि बीएआई (बिल्डर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया) की स्थापना १९४१ में ब्रिगेडियर सीवीएस जैक्सन ऑफ मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विसेज, ’’पूना’’ के मार्गदर्शन में की गई, जिसे अब ’’पुणे’’ कहा जाता है, जिन्होंने सुझाव दिया था कि उनके मार्गदर्शन में काम करने वाले बिल्डरों द्वारा अपनी विभिन्न समस्याओं के समाधान खोजने के लिए एक संघ बनाएं। इसके बाद उन्होंने पुणे में दक्षिणी कमान मुख्यालय के परिसर के भीतर एक भूखंड उपलब्ध कराया, जिस पर एक कार्यालय का निर्माण किया गया और जिसे ’’जैक्सन हट’’ नाम दिया गया, जो आज भी बीएआई के एक स्मारक के रूप में ख़डा है। उन्होंने कहा कि पिछले ७४ वर्ष में बीएआई की सदस्यता काफी बढी है। जिस समय इसकी स्थापना हुई थी उस समय देश में इसके मात्र ३ केन्द्र थे और २५० सदस्य थे लेकिन आज के समय में देश भर में १४८ से अधिक केंद्र हैं और इसके सदस्यों की संख्या १५,००० से अधिक हो चुकी है। बीएआई से संबद्ध विभिन्न क्षेत्रीय संघों को शामिल कर लें तो इसके पाास १,००,००० अप्रत्यक्ष सदस्य भी हैं। अपने अस्तित्व में आने के सात दशकों में, बीएआई ने उतार च़ढाव देखा और लगातार अपनी कोशिशों मंे जुटा रहा । इसने भारतीय निर्माण उद्योग और इसके घटकों को कई तरह से संरक्षित रखा है और निर्माण उद्योग में शामिल लोगों को अपने दायरे में आने का मौका दिया है। चिन्नास्वामी ने कहा कि कोयंबटूर केंद्र वर्ष १९८० में शुरू किया गया था और अब यहां इसके ६५० सदस्य हैं और इसे तमिलनाडु सरकार के साथ मिलकर कार्य करने का मौका प्राप्त हो रहा है। उन्होंने कहा कि उनके पास निर्माण श्रमिकों के लिए नि: शुल्क स्वास्थ्य बीमा योजना उपलब्ध कराने की योजना है और इंजीनियरिंग छात्रों के अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों के लिए कार्यशालाओं और सेमिनारों की श्रृंखला के संचालन के अलावा निर्माण उद्योग के बारे में प्रशिक्षण प्रदान करने हेतु कई कार्यशालाओं का आयोजन करने की भी वह योजना बना रहे हैं।इस अवसर पर बीएआई के सचिव शिवराजन ने संघ की वार्षिक रिपोर्ट प़ढी। संघ की नई टीम में शिवराजन को उपाध्यक्ष, पन्नीरसेल्वम को सचिव के रूप में, परमेश्वर को कोषाध्यक्ष के रूप में, लक्ष्मण को संयुक्त सचिव में शामिल किया गया है। इसके साथ ही संघ ने इस अवसर पर अपनी नई कार्यकारी समिति के सदस्यों नामों की घोषणा की। इस अवर पर निर्माण श्रमिकों के इलाज के संबंध में कोवाई मेडिकल सेंटर और अस्पताल के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। कार्यक्रम में वी वीरदराजन, वरिष्ठ वास्तुकार रामाणी शंकर, बीएआई के प्रदेश अध्यक्ष सहित संघ के अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी उपस्थित थे।

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