माल्या को भारत लाने की तैयारियां आखिरी दौर में!
माल्या को भारत लाने की तैयारियां आखिरी दौर में!
नई दिल्ली/लंदन/दक्षिण भारत। भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या को भारत लाने की तैयारियां आखिरी दौर में हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, अगर सबकुछ ठीक रहा तो माल्या को लेकर आ रहा विमान बुधवार रात को ही मुंबई हवाईअड्डे पहुंच सकता है। हालांकि, ये पंक्तियां लिखे जाने तक सरकार की ओर से आधिकारिक तौर पर कोई बयान जारी नहीं किया गया था।
वहीं, जांच एजेंसियों के सूत्रों के हवाले से विभिन्न रिपोर्टों में दावा किया गया था कि माल्या बहुत जल्द भारत लाया जा सकता है, संभवत: बुधवार रात को ही! संभावना जताई गई कि ऐसी सूरत में माल्या को कुछ समय के लिए मुंबई में सीबीआई के दफ्तर में रख जा सकता है। फिर उसे अदालत में लाया जाएगा।अगर माल्या को लेकर आ रहा विमान रात के बजाय दिन में मुंबई पहुंचता है तो उस सूरत में उसे सीधे ही अदालत में पेश किया जा सकता है। बताया जा रहा है कि माल्या के साथ सीबीआई और ईडी के अधिकारी भी अदालत जाएंगे। इन एजेंसियों की ओर से माल्या का रिमांड मांगा जाएगा। अगर माल्या को लेकर भारतीय अधिकारी स्वदेश पहुंच जाते हैं तो यकीनन एजेंसियों की यह बहुत बड़ी जीत होगी।
अगस्त 2018 में माल्या की याचिका पर सुनवाई करते हुए ब्रिटेन की एक अदालत ने भारतीय जांच एजेंसियों को जेल के विवरण साझा करने के लिए कहा था, जहां उसे प्रत्यर्पण के बाद रखा जाएगा। एजेंसियों ने तब मुंबई के आर्थर रोड जेल में सेल का वीडियो साझा किया था।
एजेंसियों ने ब्रिटेन की अदालत को यह भी सूचित किया था कि आर्थर रोड जेल परिसर में दो मंजिला इमारत में स्थित उच्च सुरक्षा बैरक में से एक में प्रत्यर्पण के बाद माल्या को रखा जा सकता है।
बता दें कि आर्थर रोड जेल अंडरवर्ल्ड और आतंकी संगठनों से ताल्लुक रखने वाले कुछ कुख्यात नामों को कैद में रखने की गवाह रही है। 26/11 मुंबई हमले में गिरफ्तार पाकिस्तानी आतंकवादी अजमल कसाब को इसी उच्च सुरक्षा सेल में रखा गया था। उसके अलावा अबू सलेम, छोटा राजन, मुस्तफा डोसा और पीटर मुखर्जी जैसे लोग भी यहां बंद रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि 14 मई को ब्रिटेन का उच्चतम न्यायालय विजय माल्या को झटका दे चुका है। वहां उसने प्रत्यर्पण के खिलाफ याचिका दायर की थी, जिसे न्यायालय ने खारिज कर दिया था। उसके बाद ही यह तय माना जा रहा था कि कुछ दिनों बाद माल्या को भारतीय एजेंसियों के सुपुर्द कर दिया जाएगा और यह शख्स यहां लाकर अदालत के सामने पेश किया जाएगा।
माल्या की इस तरह ‘वतन वापसी’ उन लोगों के खिलाफ भी सख्त संदेश साबित होगी जो देश को चूना लगाकर फरार हो जाते हैं और विदेश में छिपकर खुद को सुरक्षित समझते हैं। माल्या की याचिका ब्रिटेन के उच्च न्यायालय से पहले ही खारिज हो गई थी। उसने अदालत में कई दलीलें देकर यह मांग की थी कि उसे भारत के हवाले न किया जाए। हालांकि माल्या का कोई पैंतरा वहां काम नहीं आया। अब उसके मामले में भारत की अदालत ही इंसाफ करेगी। माल्या 17 बैंकों से जुड़े 9,000 करोड़ रुपए के लोन डिफॉल्ट मामले में वांटेड है।