एसएलबीसी की 166वीं बैठक हुई, अध्यक्ष ने उपलब्धियों के लिए बैंकर्स की सराहना की
पीएमजेजेबीवाई और पीएमएसबीवाई के तहत पात्र लोगों को कवर करने की सलाह दी
सरकारी योजनाओं में कर्नाटक को विभिन्न मापदंडों में अव्वल बनाने का आह्वान किया
बेंगलूरु/दक्षिण भारत। एसएलबीसी की 166वीं बैठक बुधवार को शांतला नगर के चांसरी पैवेलियन में हुई। कर्नाटक की मुख्य सचिव डॉ. शालिनी रजनीश ने बैठक की अध्यक्षता की और सभी संबंधित विभागों और बैंकर्स को पीएमजेजेबीवाई और पीएमएसबीवाई के तहत पात्र लोगों को कवर करने की सलाह दी।
उन्होंने पहली तिमाही के दौरान 79 प्रतिशत का सीडी अनुपात हासिल करने के लिए सभी बैंकर्स की सराहना की। उन्होंने किसान क्रेडिट कार्ड के अंतर्गत पात्र सभी सीमांत और कम जमीनों से ताल्लुक रखने वाले किसानों को शामिल करने का आग्रह किया।मुख्य सचिव ने यह भी कहा कि 30 जून तक कृषि क्षेत्र के अंतर्गत 192201 करोड़ रुपए के लक्ष्य के मुकाबले 55056 करोड़ रुपए प्राप्त किए गए और पहली तिमाही में ही आवंटित लक्ष्य का 29 प्रतिशत हासिल किया गया। एमएसएमई के अंतर्गत बैंकों ने 42 प्रतिशत और कुल प्राथमिकता क्षेत्र ने 34 प्रतिशत लक्ष्य हासिल किया है। वहीं, प्राथमिकता शिक्षा के अंतर्गत प्रदर्शन (15 प्रतिशत) अपेक्षा के अनुरूप नहीं है। उन्होंने बैंकर्स से वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए सभी मापदंडों के तहत निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करने का आग्रह किया।
भारतीय रिजर्व बैंक की क्षेत्रीय निदेशक सोनाली सेन गुप्ता ने बैठक में भाग लिया और जून में समाप्त तिमाही के लिए एसीपी के तहत अच्छे प्रदर्शन के लिए सभी बैंकर्स की सराहना की।
केनरा बैंक के कार्यकारी निदेशक भावेंद्र कुमार ने बैठक की सह-अध्यक्षता की और मुद्रा तथा पीएम स्वनिधि योजनाओं के तहत बैंकर्स के अच्छे प्रदर्शन की सराहना की। इसके साथ ही उन्होंने सभी बैंकर्स से अनुरोध किया कि वे सरकारी योजनाओं में शीर्ष स्थान प्राप्त करें और कर्नाटक को सभी मापदंडों में अव्वल बनाएं।
बैठक में कर्नाटक के वित्त विभाग (राजकोषीय सुधार) सचिव डॉ. विशाल आर, नाबार्ड के महाप्रबंधक पीसी दाश, एसएलबीसी कर्नाटक के संयोजक एवं केनरा बैंक के सीजीएम केजे श्रीकांत और सभी बैंकों के राज्य नियंत्रण प्रमुख तथा अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे।