जो दशकों से उपेक्षित थे, हमारी सरकार उनका संबल बनी: मोदी
प्रधानमंत्री ने झारखंड के खूंटी में जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर समारोह को संबोधित किया
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज झारखंड की इस पावन भूमि से दो ऐतिहासिक अभियानों की शुरुआत होने जा रही है
खूंटी/दक्षिण भारत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को झारखंड के खूंटी में जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि आज का दिन सौभाग्य से भरा हुआ है। मैं कुछ देर पहले ही भगवान बिरसा मुंडा की जन्मस्थली उलिहातू से लौटा हूं। उनके परिजन से भी बड़ी सुखद मुलाकात हुई है। उस पवित्र माटी को माथे पर लगाने का परम सौभाग्य भी मुझे मिला है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मुझे भगवान बिरसा मुंडा मेमोरियल पार्क और स्वतंत्रता सेनानी संग्रहालय देखने का भी अवसर मिला है। दो वर्ष पहले आज के दिन मुझे यह संग्रहालय देश को समर्पित करने का सौभाग्य मिला था। मैं सभी देशवासियों को जनजातीय गौरव दिवस की बहुत-बहुत बधाई और शुभकामनाएं देता हूं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज हम सभी, झारखंड का स्थापना दिवस भी मना रहे हैं। अटलजी के प्रयास से ही इस राज्य का गठन हुआ था। अभी देश को, विशेषकर झारखंड को 50 हजार करोड़ रुपए की अलग-अलग योजनाओं का उपहार मिला है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जनजातीय गौरव और संघर्ष के प्रतीक भगवान बिरसा मुंडा की गाथा हर देशवासी को प्रेरणा से भर देती है। झारखंड का कोना-कोना ऐसी ही महान विभूतियों, उनके हौसलों और अथक प्रयासों से जुड़ा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज झारखंड की इस पावन भूमि से दो ऐतिहासिक अभियानों की शुरुआत होने जा रही है। विकसित भारत संकल्प यात्रा, सेचुरेशन के सरकार के लक्ष्यों को प्राप्त करने का माध्यम बनेगी। पीएम जनजाति आदिवासी न्याय महा अभियान विलुप्त होने की कगार पर खड़ी जनजातियों की रक्षा करेगा, उन्हें सशक्त करेगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि अपने अनुभवों के आधार पर मैं आज एक अमृत मंत्र आपके सामने रख रहा हूं। अगले 25 वर्षों के अमृतकाल में अगर हमें विकसित, भव्य और दिव्य भारत का निर्माण करना है, तो हमें उसके 4 अमृत स्तंभों को और मजबूत करना होगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि विकसित भारत के 4 अमृत स्तंभ हैं। पहला - भारत की महिलाएं, हमारी नारीशक्ति। दूसरा - भारत के किसान, हमारे पशुपालक, मछली पालक, हमारे अन्नदाता। तीसरा - भारत के नौजवान, हमारी युवाशक्ति। चौथा - भारत का मध्यम वर्ग, भारत के गरीब। इन 4 स्तंभों को हम जितना मजबूत करेंगे, विकसित भारत की इमारत भी उतनी ही ऊंची उठेगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि साल 2014 में जब हमें आप सबने दिल्ली की गद्दी पर बैठाकर सरकार चलाने का दायित्व दिया, उस दिन से हमारा सेवाकाल शुरू हुआ है। हमारे आने से पहले भारत की एक बहुत बड़ी आबादी मूलभूत सुविधाओं से वंचित थी।
देश के करोड़ों गरीबों ने इस बात की उम्मीद छोड़ दी थी कि कभी उनका जीवन बदल पाएगा। उस समय सरकारों का रवैया भी ऐसा था कि वो खुद को जनता का माई-बाप समझती थी, लेकिन हमने सेवा की भावना से आपके सेवक की तरह काम करना शुरू किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जो वंचित थे, हमने उन्हें वरीयता देना शुरू किया। जिन्हें सबसे दूर समझा जाता था, सरकार खुद चलकर उनके पास गई। जो दशकों से उपेक्षित थे, हमारी सरकार उनका संबल बनी, उनकी साथी बनी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे देश में 110 से ज्यादा जिले ऐसे थे, जो विकास के हर क्षेत्र में पिछड़े हुए थे। पहले की सरकार बस उनकी पहचान कर के छोड़ देती थी। इन जिलों में शिक्षा, स्वास्थ सुविधाएं दशकों से दयनीय स्थिति में थी। संयोग देखिए, इन्हीं जिलों में देश के सबसे ज्यादा आदिवासी परिवार रहते थे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इन जिलों को अपने हाल पर छोड़कर भारत कभी विकसित नहीं हो सकता था। इसलिए वंचितों को वरीयता के सिद्धांत पर चलते हुए हमारी सरकार ने इन जिलों को आकांक्षी जिला घोषित किया। इन जिलों में हम शिक्षा, स्वास्थ और सड़क जैसे अनेक विषयों पर शून्य से काम शुरू करके सफलता के नए शिखर पर पहुंच रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि दशकों तक हमारे देश में सामाजिक न्याय और सेक्युलरिज्म को लेकर बहुत सी बातें होती रहीं। लेकिन सच्चा सेक्युलरिज्म तभी आता है, जब देश के किसी भी नागरिक के साथ भेदभाव की सारी आशंकाएं खत्म हो जाएं। सामाजिक न्याय का भरोसा तभी मिलता है, जब सबको बराबरी से, समान भावना से सरकारी योजनाओं का लाभ मिले।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज से विकसित भारत संकल्प यात्रा का शुभारंभ हो रहा है। यह यात्रा आज 15 नवंबर को भगवान बिरसा मुंडा की जन्मजयंती से शुरू होकर अगले साल 26 जनवरी तक चलेगी। इस यात्रा में सरकार मिशन मोड में देश के गांव-गांव जाएगी, हर गरीब, हर वंचित को सरकारी योजनाओं का लाभार्थी बनाया जाएगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि विकसित भारत संकल्प यात्रा एक तरह से देश के गरीबों को, माताओं-बहनों को, नौजवानों को, देश के किसानों को मोदी की गारंटी है। मोदी की गारंटी यानी हर गारंटी पूरी होने की भी गारंटी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले की सरकारों ने सिर्फ आंकड़ों को जोड़ने का काम किया। लेकिन मुझे सिर्फ आंकड़ों को जोड़कर नहीं बैठना है, मुझे तो जीवन को जोड़ना है, हर जिंदगी में जान भरनी है, हर जिंदगी में नया जज्बा भरना है। इसी लक्ष्य के साथ आज पीएम जनमन महा अभियान की शुरुआत हो रही है। इस महा अभियान पर भारत सरकार 24 हजार करोड़ रुपए खर्च करने जा रही है।
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