एयरो इंडिया 2023 में 'इंडिया पवेलियन' के केंद्र में होगा एलसीए तेजस
एलसीए तेजस सिंगल इंजन, हल्का, अत्यधिक चुस्त, बहु-भूमिका वाला सुपरसोनिक लड़ाकू विमान है
इसमें संबद्ध उन्नत उड़ान नियंत्रण के साथ क्वाड्रुप्लेक्स डिजिटल फ्लाई-बाय-वायर फ्लाइट कंट्रोल सिस्टम (एफसीएस) है
बेंगलूरु/दक्षिण भारत। फाइनल ऑपरेशनल क्लीयरेंस (एफओसी) कॉन्फ़िगरेशन में पूर्ण पैमाने पर एलसीए-तेजस विमान एयरो इंडिया 2023 में 'इंडिया पवेलियन' के केंद्र में होगा। एयरो इंडिया के 14वें संस्करण में एक अलग 'इंडिया पवेलियन' होगा, जो फिक्स्ड विंग प्लेटफॉर्म थीम पर आधारित है। यह फिक्स्ड विंग क्षेत्र में भारत के विकास को दिखाने के साथ-साथ भविष्य की संभावनाओं को भी दर्शाता है।
इंडिया पवेलियन, फिक्स्ड विंग प्लेटफॉर्म के लिए एक इको-सिस्टम विकसित करने में भारत के विकास को प्रदर्शित करेगा, जिसमें निजी भागीदारों द्वारा निर्मित एलसीए-तेजस विमान के विभिन्न संरचनात्मक मॉड्यूल, सिमुलेटर, सिस्टम (एलआरयू) आदि का प्रदर्शन शामिल है।रक्षा क्षेत्र, नई प्रौद्योगिकियों और यूएवी के लिए भी एक खंड होगा, जो प्रत्येक क्षेत्र में भारत के विकास के बारे में जानकारी देगा।
एलसीए तेजस सिंगल इंजन, हल्का, अत्यधिक चुस्त, बहु-भूमिका वाला सुपरसोनिक लड़ाकू विमान है। इसमें संबद्ध उन्नत उड़ान नियंत्रण के साथ क्वाड्रुप्लेक्स डिजिटल फ्लाई-बाय-वायर फ्लाइट कंट्रोल सिस्टम (एफसीएस) है।
डेल्टा विंग वाले विमान को 'हवाई मुकाबले' और 'आक्रामक हवाई सपॉर्ट' के लिए 'टोही' और 'एंटी-शिप' के रूप में इसकी माध्यमिक भूमिकाओं के लिए डिज़ाइन किया गया है। एयरफ्रेम में उन्नत कंपोजिट का व्यापक उपयोग वजन अनुपात और लो रडार सिग्नेचर को उच्च शक्ति देता है।
तेजस अत्याधुनिक सुविधाओं, जैसे ग्लास कॉकपिट, जीरो-जीरो इजेक्शन सीट, इनफ्लाइट रीफ्यूलिंग जांच, जैम प्रूफ एईएसए रडार, एसपीजे के साथ यूईडब्ल्यूएस, सीएमडीएस, एचएमडीएस डैशवी, बीवीआर मिसाइल क्षमता और कई अन्य खूबियों से लैस है, जो विमान को अधिक घातक बनाते हैं।
एलसीए विकास के मामले में लंबा सफर तय कर चुका है और वर्तमान में वायु सेना के फाइटर और ट्विन सीटर और एलसीए नेवी फाइटर और ट्विन सीटर में उपलब्ध है। एलसीए तेजस के लिए एलसीए एफआईएफटी (लेड इन फाइटर ट्रेनर) और एमके-2 जैसे अन्य वेरिएंट विकसित किए जा रहे हैं।