‘पद्माावती’ के प्रदर्शन की अनुमति न दें सिद्दरामैया : सिरोया
‘पद्माावती’ के प्रदर्शन की अनुमति न दें सिद्दरामैया : सिरोया
बेंगलूरु। कर्नाटक विधान परिषद सदस्य और भाजपा नेता लहर सिंह सिरोया ने मुख्यमंत्री सिद्दरामैया से विवादित हिन्दी फिल्म ‘पद्मावती’’ के कर्नाटक में प्रदर्शन पर रोक लगाने की मांग की है। राजस्थान मूल के लहर सिंह सिरोया ने रविवार को एक बयान जारी कर कहा, मैं हिंदी फिल्म पद्मावती को प्रदर्शित करने का जोरदार विरोध करता हूं क्योंकि फिल्म में पद्मावती को अपमानित और शर्मींदगी पूर्ण तरीके से चित्रित किया गया है। उन्होंने कहा, न सिर्फ राजस्थान के करो़डों हिन्दुओं बल्कि पूरे देश के हिन्दू समाज के लिए रानी पद्मावती वीरता, साहस, संस्कृति और नैतिक मूल्यों के प्रतीक के रूप में मान्य हैं। उन्हें ओछे तरीके से चित्रित करना भारत की संपूर्ण महिलाओं का अपमान है।सिरोया ने कहा, हिन्दू राजाओं और रानियों को गलत और नकारात्मक तरीके से चित्रित करना पूर्णतः अस्वीकार्य और निंदनीय है। यह करो़डों हिन्दुओं की भावनाओं और मनोभाव को आहत करता है और ठेस पहुंचाता है। उन्होंने कहा, मैं मुख्यमंत्री सिद्दरामैया से आग्रह करता हूं कि कर्नाटक में ‘पद्मावती’’ के प्रदर्शन की अनुमति न दी जाए अन्यथा बेंगलूरु और राज्य के अन्य हिस्सों में हजारों लोग फिल्म के विरोध में स़डकों पर उतर सकते हैं। उन्हांेने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर इस विवादित फिल्म के प्रदर्शन को राज्य सरकार नहीं रोकती है तो फिल्म का प्रदर्शन रुकवाने के लिए जब हजारों लोग शांतिपूर्ण तरीके से राज्यव्यापी प्रदर्शन के लिए स़डकों पर उतरेंगे तब किसी प्रकार की अप्रिय घटना के लिए प्राथमिक रूप से और पूरी तरह से राज्य सरकार जिम्मेदार होगी।