जार्ज के इस्तीफे की मांग पर विधान परिषद में हंगामा
जार्ज के इस्तीफे की मांग पर विधान परिषद में हंगामा
बेलगावी। संभावनाओं के अनुरूप ही भाजपा ने सोमवार को विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के पहले दिन विधान परिषद में बेंगलूरु विकास मंत्री केजे जार्ज के इस्तीफे की मांग उठाई। भाजपा की ओर से विपक्ष के नेता केएस ईश्वरप्पा ने जार्ज के इस्तीफे की मांग को लेकर सदन मंे स्थगन प्रस्ताव पेश किया। डीएसपी एमके गणपति आत्महत्या मामले में जार्ज के खिलाफ सीबीआई ने एफआईआर दाखिल की है। इसी मुद्दे पर भाजपा काफी समय से जार्ज का इस्तीफा मांग रही है। ईश्वरप्पा ने सदन में पूरी आक्रमकता के साथ जार्ज के खिलाफ तीखी बयानबाजी शुरु की। यहां तक कि उन्होंने ‘हत्यारा’’ तक कह डाला और कहा कि कांग्रेस सरकार ‘हत्यारों की सरकार’’ है। ईश्वरप्पा के गंभीर आरोपों और जार्ज के इस्तीफे की मांग को लेकर सत्ता पक्ष के सदस्यांे के साथ उनकी जोरदार बहसबाजी हुई। भाजपा सदस्यों ने कहा कि जब तक जार्ज का इस्तीफा नहीं होगा तब सदन की कार्यवाही चलने नहीं दी जाएगी। इसके पूर्व परिषद के सभापति डीएच शंकरमूर्ति द्वारा लाए गए श्रद्धांजलि प्रस्ताव पर सदन ने पूर्व मुख्यमंत्री धरम सिंह, पूर्व मंत्री कमरुल इस्लाम सहित अन्य दिवंगत लोगों को श्रद्धांजलि दी। श्रद्धांजलि देने के तुरंत बाद ईश्वरप्पा ने स्थगन प्रस्ताव पेश किया जिसका सत्ता पक्ष की ओर से पुरजोर विरोध किया गया। हालांकि सभापति ने प्रश्न काल शुरु करने के पूर्व स्थगन प्रस्ताव पर संक्षिप्त चर्चा करने की अनुमति दी। ईश्वरप्पा ने मांग की कि डीएसपी गणपति ने आत्महत्या के पूर्व जो बयान दिए थे उसकी वीडियो सदन में चलाई जाए। हालांकि इस पर स्वास्थ्य मंत्री रमेश कुमार ने आपत्ति जताते हुए कहा कि ईश्वरप्पा का यह एक अजीब सुझाव है और इसे अस्वीकार किया जाना चाहिए। इस दौरान सत्ता पक्ष और भाजपा सदस्यों के बीच तीखी बहसबाजी होती रही और भाजपा सदस्य आसंदी के समक्ष जाकर जार्ज के इस्तीफे की मांग करने लगे। सत्ता पक्ष के सदस्य बीएस उग्रप्पा ने भाजपा सदस्यों के व्यवहार पर आपत्ति जताते हुए सभापति डीएच शंकरमूर्ति से कहा कि वे इस प्रकार सदन बाधित करने की अनुमति न दें और भाजपा सदस्यों का यह व्यवहार ‘सभापति’’ को चुनौती देने की भांति है। सदन में नोकझोंक के बीच शंकरमूर्ति ने सदन की कार्यवाही भोजनावकाश तक स्थगित कर दी। बाद में भी कार्यवाही शुरु होने पर भी स्थिति ऐसी ही बनी रही और सदन की कार्यवाही शाम ३ बजे तक के लिए स्थगित की गई।