सिडबी ने अपना पहला एमएसएमई आउटलुक सर्वेक्षण शुरू किया
सर्वेक्षण में भारत के 77 शहरों और 66 गांवों को शामिल किया गया

Photo: SIDBIOfficial FB Page
बेंगलूरु/दक्षिण भारत। भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (सिडबी) ने अपना पहला एमएसएमई आउटलुक सर्वेक्षण शुरू किया है, जो अक्टूबर-दिसंबर 2024 की अवधि के लिए एमएसएमई कारोबारी भावना का त्रैमासिक विश्लेषण है।
विनिर्माण, सेवा और व्यापार क्षेत्रों के 1,200 एमएसएमई के अखिल भारतीय सर्वेक्षण पर आधारित यह रिपोर्ट बिक्री वृद्धि, लाभप्रदता, रोजगार के रुझान, वित्तीय पहुंच, निधियों की लागत और व्यापार करने में आसानी सहित 22 महत्त्वपूर्ण मापदंडों पर कारोबारी भावना को दर्शाती है।सर्वेक्षण में भारत के 77 शहरों (टियर 1, 2 और 3) और 66 गांवों को शामिल किया गया, जिससे एमएसएमई का विविध प्रतिनिधित्व सुनिश्चित हुआ।
प्रमुख निष्कर्ष एमएसएमई के बीच मजबूत कारोबारी आत्मविश्वास का संकेत देते हैं। खासकर विनिर्माण क्षेत्र में, जो आगामी तिमाहियों के लिए बिक्री, लाभप्रदता, कुशल श्रम की उपलब्धता और वित्त तक पहुंच में आशावाद को दर्शाता है।
इसके अलावा रिपोर्ट में एमएसएमई में डिजिटलीकरण और स्थिरता उपायों में लगातार वृद्धि पर प्रकाश डाला गया है।
सिडबी के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक मनोज मित्तल ने कहा, 'एमएसएमई भारतीय अर्थव्यवस्था की महत्त्वपूर्ण नींव और सामाजिक-आर्थिक परिवर्तन लाने के लिए एक शक्तिशाली साधन के रूप में कार्य करते हैं। सिडबी ने हमेशा भारत की विकास गाथा में एमएसएमई के योगदान को स्वीकार किया है। यह वित्तीय और गैर-वित्तीय, दोनों पहलों के जरिए इस क्षेत्र के विकास के लिए प्रतिबद्ध है।'
उन्होंने कहा, 'भारत सरकार द्वारा क्षेत्र को दिया गया महत्त्व इस तथ्य से भी स्पष्ट होता है कि हाल में केंद्रीय बजट में इसे अर्थव्यवस्था के चार विकास इंजनों में से एक के रूप में रेखांकित किया गया है। इस सर्वेक्षण के जरिए एमएसएमई पर गुणवत्तापूर्ण जानकारी का निरंतर प्रवाह सभी हितधारकों को वर्तमान कारोबारी माहौल का मूल्यांकन करने और अपने दृष्टिकोण को बेहतर बनाने में मदद करेगा।'