हमारी सरकार उभरते उद्यमियों को हर संभव सहायता उपलब्ध कराएगी: सिद्दरामैया
मुख्यमंत्री ने 13वें बेंगलूरु इंडिया नैनो कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह को संबोधित किया
उन्होंने भारत रत्न प्रो. सीएनआर राव को धन्यवाद दिया
बेंगलूरु/दक्षिण भारत। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दरामैया ने शुक्रवार को 13वें बेंगलूरु इंडिया नैनो कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह को संबोधित किया।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि आज इस प्रतिष्ठित नैनोटेक्नोलॉजी कार्यक्रम में भारत और विदेश के विचारकों, अग्रणी वैज्ञानिकों, शिक्षाविदों, प्रौद्योगिकीविदों और उद्योग जगत के प्रमुख लोगों के बीच मौजूद होकर बहुत खुशी हो रही है।उन्होंने प्रो. अरिंदम घोष को बधाई दी, जिन्हें प्रतिष्ठित प्रो. सीएनआर राव बेंगलूरु इंडिया नैनो साइंस पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी से संबंधित किसी भी गतिविधि का हिस्सा बनना मेरे लिए सदैव उत्साहवर्धक एवं आनंददायक अनुभव होता है। कर्नाटक हमेशा से न केवल अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के लिए, बल्कि शैक्षणिक और शोध गतिविधियों के मजबूत आधार के लिए भी जाना जाता है। प्रौद्योगिकी आधारित नवाचारों के मामले में हमारा राज्य हमेशा अग्रणी रहा है।
उन्होंने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि आईआईएससी, जेएनसीएएसआर, एनसीबीएस, सीईएनएस जैसे प्रमुख शोध संस्थानों के सहयोग से बेंगलूरु भारत के नैनो प्रौद्योगिकी केंद्र में तब्दील हो जाएगा और आने वाले वर्षों में इस उभरती हुई प्रौद्योगिकी में अपना प्रमुख स्थान बनाए रखेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं अपने वैज्ञानिकों और इंजीनियरों से खाद्य सुरक्षा, ऊर्जा सुरक्षा, जल शुद्धीकरण, बुनियादी ढांचे, चिकित्सा, स्वास्थ्य देखभाल और अपशिष्ट प्रबंधन के साथ-साथ पर्यावरणीय खतरों से निपटने के लिए नवोन्मेषी नैनो प्रौद्योगिकी आधारित समाधान ढूंढ़ने का आह्वान करता हूं, जिनके शहरीकरण, जनसंख्या वृद्धि और जीवन शैली में बदलाव के कारण निकट भविष्य में कई गुना बढ़ने की संभावना है।
उन्होंने कहा कि सूचना के आदान-प्रदान, प्रौद्योगिकी हस्तांतरण, लागतों, जोखिमों को साझा करने, तकनीकी जानकारी तक पहुंच के साथ-साथ मानवता की भलाई के लिए प्रतिभा पूल विकसित करने के माध्यम से इस उभरती हुई प्रौद्योगिकी की क्षमता का दोहन करने के लिए अंतरराष्ट्रीय अनुसंधान सहयोग मौलिक है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस तरह के अंतरराष्ट्रीय आयोजन से नेटवर्किंग, ज्ञान साझा करने के लिए बातचीत, प्रौद्योगिकी के आदान-प्रदान, कौशल विकास और व्यावसायिक सहयोग के लिए पर्याप्त अवसर मिलेंगे।
उन्होंने कहा कि मैं इस अवसर पर हमारे युवा उद्यमियों को आमंत्रित करता हूं कि वे दूरदर्शी नेताओं और विशेषज्ञों के सहयोग और समन्वय के आधार पर राज्य में अपने नए उद्यम स्थापित करने के अवसर का लाभ उठाएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार उभरते उद्यमियों को हर संभव सहायता उपलब्ध कराएगी, ताकि कर्नाटक को इस उभरते उद्योग के विकास के लिए अनुकूल पारिस्थितिकी तंत्र बनाया जा सके।
उन्होंने कहा कि मैं, भारत रत्न प्रो. सीएनआर राव को धन्यवाद देना चाहता हूं, जिन्होंने साल 2007 से इस कार्यक्रम के आयोजन में निरंतर मार्गदर्शन दिया। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम की सफलता के लिए शुभकामनाएं दीं।