विश्व में हरित ऊर्जा विकास का इंजन बन सकता है भारत: प्रह्लाद जोशी
केंद्रीय मंत्री जोशी ने कर्नाटक में अत्याधुनिक इलेक्ट्रोलाइज़र सुविधा का उद्घाटन किया

Photo: @JoshiPralhad X account
डोड्डाबल्लापुर/दक्षिण भारत। केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण तथा नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि भारत में दुनिया के हरित ऊर्जा के विकास का वाहक बनने की क्षमता है।
जोशी ओहमियम की अत्याधुनिक इलेक्ट्रोलाइजर विनिर्माण सुविधा के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे, जो कर्नाटक के डोड्डाबल्लापुर में 2 गीगावाट की पूरी तरह से असेंबल और परीक्षण की गई इलेक्ट्रोलाइजर प्रणाली प्रदान करने के लिए तैयार की जा रही है।ओहमियम की इलेक्ट्रोलाइजर सुविधा की प्रशंसा करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह कर्नाटक और भारत की हरित ऊर्जा आकांक्षाओं में क्रांतिकारी बदलाव ला सकती है।
उन्होंने कहा कि कर्नाटक में शुरू की गई सुविधा हरित हाइड्रोजन का उत्पादन, जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता कम करके और सौर एवं पवन ऊर्जा को एकीकृत करके भारत की ऊर्जा सुरक्षा को बढ़ावा देगी।
प्रह्लाद जोशी ने कहा, 'नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय प्रधानमंत्री के विजन को पूरा करने की दिशा में अथक प्रयास कर रहा है, जिसका जोर राष्ट्र के हरित ऊर्जा लक्ष्यों को प्राप्त करने पर है।'
उन्होंने कहा कि हरित हाइड्रोजन की क्षमता असीम है। यह परिवहन, इस्पात निर्माण और यहां तक कि भारी उद्योग जैसे क्षेत्रों को कार्बन मुक्त करने की कुंजी है। यह हमारे वाहनों को शक्ति प्रदान कर सकती है, कारखानों को ईंधन दे सकती है और घरों को रोशन कर सकती है, वह भी बिना कोई हानिकारक कार्बन फुटप्रिंट छोड़े।
उन्होंने कहा कि हरित हाइड्रोजन की मांग भारत में इलेक्ट्रोलाइजर की मांग बढ़ाएगी। साल 2030 तक भारत में 60जीडब्ल्यू-100जीडब्ल्यू की इलेक्ट्रोलाइजर क्षमता स्थापित हो जाने की संभावना है।
उद्घाटन समारोह में कर्नाटक के बड़े और मध्यम उद्योग एवं अवसंरचना विकास मंत्री एमबी पाटिल, केआरईडीएल के अध्यक्ष और शृंगेरी के विधायक टीडी राजेगौड़ा और डोड्डाबल्लापुर के विधायक धीरज मुनिराज भी मौजूद थे।
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