
हमारी सरकार नारेबाजी में नहीं, बल्कि कार्रवाई करने और परिणाम लाने में विश्वास रखती है: प्रधान
धर्मेंद्र प्रधान ने एनडीएमसी कन्वेंशन सेंटर में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया
'हम जोश के साथ काम करते हैं, सभी के कल्याण के लिए सामूहिक कार्य हमारा लक्ष्य और अंतर्निहित दर्शन है'
नई दिल्ली/दक्षिण भारत। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने मंगलवार को एनडीएमसी कन्वेंशन सेंटर में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि आज कार्यकारिणी बैठक का दूसरा दिन है। कल उद्घाटन के उपरांत राजनीतिक प्रस्ताव पारित हुआ था, आज पहले सत्र में सामाजिक और आर्थिक संकल्प पत्र पारित हो रहा है।
प्रधान ने कहा कि 2014 में ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि उनकी सरकार 'सबका साथ, सबका प्रयास' की भावना से काम करेगी और यह बात बहुत ही शानदार तरीके से साबित भी हो चुकी है।
प्रधान ने कहा कि हमारी सरकार केवल नारेबाजी करने में नहीं, बल्कि कार्रवाई करने और परिणाम लाने में विश्वास रखती है। हम जोश के साथ काम करते हैं, सभी के कल्याण के लिए सामूहिक कार्य हमारा लक्ष्य और अंतर्निहित दर्शन है।
प्रधान ने कहा कि पिछले आठ वर्षों में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में एक समावेशी सर्वस्पर्शी समाज बनाने के लिए काम हो रहा है। विश्व की कठिन परिस्थितियों में भी मोदी की विचार स्पष्टता और कुशल नीतियों के सफल क्रियान्वयन के कारण समाज का सशक्तीकरण हो रहा है।
प्रधान ने कहा कि मोदी सरकार किसानों के लिए बहुत चिंतित रही है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि उन्हें उनकी उपज का उचित मूल्य मिले, और उनका कल्याण हो, विभिन्न नीतियों और सुधारों को सामने लाया गया है।
प्रधान ने कहा कि 'वोकल फॉर लोकल', 'वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट' अब सरकार के मूल सिद्धांत और नीतियां बन गए हैं। भारत माला, सागर माला, डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर, उड़ान योजना, भारत ब्रॉडबैंड नेटवर्क, इन सभी ने 21वीं सदी के भारत की आधारभूत संरचना क्षमताओं में विकास और वृद्धि को आगे बढ़ाया है!
प्रधान ने कहा कि नए भारत में हवाई चप्पल पहनने वाला हवाई जहाज में भी बैठ सकता है। अंतर्देशीय जलमार्गों का विकास तेजी से किया जा रहा है। भारत में क्रूज पर्यटन अब केवल किताबों में नहीं है। यह पूरी तरह हकीकत बन गया है!
प्रधान ने कहा कि किसान द्वारा उत्पादित चीजों के सटीक मूल्य हेतु सरकार द्वारा कई योजनाएं शुरू की गई हैं। स्टार्टअप इंडिया के माध्यम से आज देश के नौजवान जॉब सीकर से जॉब क्रिएटर बन रहे हैं। 100 से अधिक यूनिकॉर्न बने हैं। देश के नौजवान उद्यमी बन रहे हैं।
प्रधान ने कहा कि अपनी बढ़तीं डिजिटल क्षमताओं के चलते भारत मैन्युफैक्चरिंग में भी वर्ल्ड लीडर बनने की ओर बढ़ रहा है। विशेष रूप से, कोविन जैसा ऐप भारत की तरह दुनिया में कहीं भी मौजूद नहीं है। इस ऐप की मदद से, आप बस खुराक प्राप्त करते हैं, और सेकंड के भीतर, आपको अपने गैजेट में डिजिटल सर्टिफिकेट मिल जाता है। डिजिटल दुनिया में यह अभूतपूर्व उपलब्धि है।
प्रधान ने कहा कि दूर-दराज के क्षेत्रों में आदिवासी बच्चों के शैक्षिक पाठ्यक्रम के लिए एकलव्य विद्यालय चलाए जा रहे हैं। आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को सशक्त करने के लिए आरक्षण की व्यवस्था की गई है।
प्रधान ने कहा कि हमें गुलामी की मानसिकता से बाहर आना है। इसलिए प्रधानमंत्री मोदी ने राजपथ का नाम बदलकर कर्तव्य पथ किया और सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा कर्तव्य पथ की शोभा बढ़ा रही है।
प्रधान ने कहा कि दिसंबर 2022 में, डिजिटल लेन-देन एक नई ऊंचाई पर पहुंच गया, और यह सब न केवल लेन-देन का प्रतिनिधित्व करता है, बल्कि मोदी के नेतृत्व में भारतीयों की तकनीक और अनुकूलन क्षमता की सीमा को भी दर्शाता है।
प्रधान ने कहा कि अगर दुनिया एक पल में 100 रुपए का डिजिटल लेनदेन करती है, तो विशेष रूप से इनमें से 40 रुपए का लेनदेन अकेले भारत में होता है। जिन लोगों ने 7 साल पहले हमारे 'डिजिटल इंडिया मिशन' का मजाक उड़ाया था, वे अब इस डिजिटल क्रांति का फल खुशी-खुशी ले रहे हैं!
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