रक्षा सेवाओं में शामिल होने के लक्ष्य के प्रति रहें प्रतिबद्ध: मेजर जनरल आर पुतरजुनम
राष्ट्रीय सैन्य स्कूल, बेंगलूरु का तकनीकी निरीक्षण किया
सभी कैडेटों और कर्मचारियों को जनरल ऑफिसर ने संबोधित किया
बेंगलूरु/दक्षिण भारत। सेवाओं और परिणामों की जवाबदेही सुनिश्चित करने के मकसद से गुणवत्ता नियंत्रण तंत्र 'तकनीकी निरीक्षण' का राष्ट्रीय सैन्य स्कूल, बेंगलूरु में 12 और 13 दिसंबर को आयोजन किया गया।
इसकी अध्यक्षता अतिरिक्त महानिदेशक, सेना शिक्षा और कर्नल कमांडेंट, सेना शिक्षा कोर मेजर जनरल आर पुतरजुनम ने की। निरीक्षण के लिए जनरल ऑफिसर के साथ एमओडी (सेना) के एकीकृत मुख्यालय के कर्नल राहुल शर्मा, कर्नल सेना शिक्षा निदेशालय-2 भी मौजूद थे।आरएमएस, बेंगलूरु के प्रिंसिपल लेफ्टिनेंट कर्नल दीपांकर चौधरी ने प्रदर्शन और अकादमिक उत्कृष्टता को मजबूत करने की दिशा में आयोजित सभी उपलब्धियों, भागीदारी और गतिविधियों पर प्रकाश डालते हुए वार्षिक प्रदर्शन रिपोर्ट और रिकॉर्ड प्रस्तुत किए।
जनरल ऑफिसर ने औपचारिक मार्गदर्शन और शिक्षा नीति लक्ष्यों के अनुरूप प्रदर्शन को और बढ़ाने के लिए कैडेटों की सीखने की उपलब्धि से सीधे संबंधित चुनौतियों, बुनियादी ढांचे और अन्य सभी पहलुओं का रचनात्मक मूल्यांकन किया।
दो दिनों के निरीक्षण में सभी नियमित कार्यों, कक्षाओं, गतिविधियों का बारीकी से अवलोकन और मूल्यांकन किया गया। आखिर में यह सभी कैडेटों और कर्मचारियों के साथ जनरल ऑफिसर के संबोधन और खुली बातचीत के साथ संपन्न हुआ।
इसके अलावा, जनरल ऑफिसर ने उत्कृष्टता प्राप्त करने में कैडेटों, संकाय सदस्यों और कर्मचारियों के प्रयासों की सराहना की और सभी को याद दिलाया कि इससे आगे भी जबरदस्त क्षमता और संभावनाएं हैं। उन्होंने कैडेटों को रक्षा सेवाओं में शामिल होने के अपने लक्ष्य के प्रति प्रतिबद्ध रहने के लिए कहा।
जनरल ऑफिसर ने स्कूल के प्लेटिनम जुबली वर्ष और 76वें वार्षिक दिवस समारोह के दौरान राष्ट्रपति की यात्रा के सफल आयोजन के लिए बधाई दी और भविष्य के सभी प्रयासों में सफलता की कामना की।