राहुल गांधी का विधानसभा चुनाव अभियान आज से

राहुल गांधी का विधानसभा चुनाव अभियान आज से

कलबुर्गी। अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के अध्यक्ष राहुल गांधी शनिवार से राज्य में चुनावी अभियान शुरू करेंगे। उनका यह अभियान उत्तर कर्नाटक से शुरू होने जा रहा है। राहुल गांधी का यह अभियान १० फरवरी को हैदराबाद-कर्नाटक क्षेत्र से शुरू होकर १३ फरवरी तक चलेगा। इस दौरान वे बेल्लारी, सूखाग्रस्त रायचूर और पिछ़डे क्षेत्र कलबुर्गी सहित कोप्पल जिलों का दौरा करेंगे।्ययैंख्य्द्भत्रह्र ृय्स्द्य ृत्झ्फ्ैंद्भ·र्ैंह्र झ्द्य द्मज्द्यकांग्रेस का मानना है कि ओबीसी नेता और मुख्यमंत्री सिद्दरामैया के नेतृत्व में अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति के वोट पार्टी को ही मिलेंगे। हैदराबाद-कर्नाटक क्षेत्र से शुरू होनेवाले इस अभियान का लक्ष्य अल्पसंख्यक मतदाता हैं। ऐसा माना जा रहा है कि प्रभावी लिंगायत समुदाय के वोटों के लिए भी राहुल गांधी के अभियान की शुरुआत हैदराबाद-कर्नाटक क्षेत्र से हो रही है। गौरतलब है कि लिंगायत समुदाय भाजपा का वोट बैंक माना जाता है लेकिन वर्ष-२०१३ में कम वोटों के अंतर से कांग्रेस जीत तो गई लेकिन उसे उम्मीद है कि इस बार अग़डे समुदाय लिंगायत के कुछ ज्यादा वोट पार्टी को मिल पाएंगे। सूत्रों के अनुसार अपने तीन दिवसीय दौरे में राहुल गांधी हुलीगेम्मा मंदिर, गवी सिद्धेश्वरा मठ, अनुभव मंटप्पा और ख्वाजा बंदे नवाज दरगाह जैसे धार्मिक स्थानों पर भी जाएंगे।चुनावी रैली में राज्य सरकार द्वारा घोषित विशेष योजनाओं का लाभ पानेवाले क्षेत्र के किसान और व्यापारी भी शामिल होंगे। हालांकि इस इलाके की ज्यादातर सीटों पर कांग्रेस का ही कब्जा है, लेकिन इस बार चुनाव में कांग्रेस अध्यक्ष का प्रयास लिंगायत मतदाताओं को ज्यादा आकर्षित करने का है, क्योंकि वर्ष-२०१३ के चुनाव में बहुत कम अंतर से क्षेत्र में कांग्रेस की जीत हुई थी। वर्ष-२०१३ विधानसभा चुनाव में हैदराबाद-कर्नाटक क्षेत्र की ४० में से २४ सीटों पर कांग्रेस की जीत हुई थीं। इसे कांग्रेस की वापसी माना जा रहा था, क्योंकि वर्ष-२००८ विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को सिर्फ १४ सीटें मिली थीं। द्नय्ज्झ्य् ·र्ैंय् द्बज्द्धरूत्र ज्द्मय्थ्य्द्य प्य्यय् ूय्ष्ठख़य्हालांकि इस क्षेत्र की आधी से ज्यादा सीटों पर कांग्रेस का ही कब्जा है, लेकिन पार्टियों के बीच वोट प्रतिशत का बंटवारा कुछ अलग ही कहानी कहता है। उल्लेखनीय है कि वर्ष-२०१३ में भाजपा टूट कर तीन पार्टी बन गई थी, बावजूद इसके वर्ष-२००८ में एकजुट रही भाजपा को जितने वोट मिले थे, उससे कहीं अधिक वोट भाजपा, केजेपी और बीएसआर कांग्रेस को वर्ष-२०१३ में मिले थे। यानी वर्ष-२०१३ में भाजपा की हार के बावजूद इस क्षेत्र में उसके वोटों की संख्या में वृद्धि हुई है। यहां तक कि कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ मंत्रियों की जीत का अंतर भी बहुत कम था। क्षेत्र के लिंगायतों और अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति समुदायों को आकर्षित करके कांग्रेस अपने वोट बैंक को पुख्ता करने की कोशिश में है। राहुल गांधी के मंदिर यात्राओं को भाजपा नरम हिंदुत्व’’ का नाम दे रही है। गुजरात चुनाव के दौरान भी भाजपा ने ऐसा किया था। कर्नाटक में उनके प्रस्तावित मंदिर दौरों की आलोचना करते हुए भाजपा इसे हिंदू तुष्टिकरण की नीति बता रही है। हालांकि राहुल गांधी के चार धार्मिक स्थानों की प्रस्तावित यात्राओं में दो लिंगायतों के आध्यात्मिक केंद्र हैं, जबकि बाकी दो में से एक मुस्लिम दरगाह है और एक दलित समुदाय का मंदिर है।·र्ैंद्ब ्यप्·र्ैं्यफ्त्र ूय्ष्ठॠ ब्स् ब्स्ख्रद्यय्द्धय्ख्र-·र्ैंद्मय्श्चट्ट·र्ैं ूय्ष्ठख़य् हैदराबाद-कर्नाटक क्षेत्र राज्य के कम विकसित इलाकों में एक माना जाता है। वर्ष-२०१३ विधानसभा चुनाव से पहले मनमोहन सिंह सरकार ने हैदराबाद-कर्नाटक क्षेत्र के छह जिलों को विशेष दर्जा प्रदान करने के लिए भारतीय संविधान की धारा ३७१ (जे) में संशोधन किया था। इस सिलसिले में क्षेत्र का अधिक विकास और लोगों के लिए ज्यादा रोजगार का वादा किया गया था। धारा ३७१(जे) के तहत हुए बेहतर कामों के मद्देनजर राज्य के कांग्रेस नेतृत्व को हैदराबाद-कर्नाटक क्षेत्र में जीत की उम्मीद है। अपनी रैलियों के दौरान राहुल गांधी भी धारा ३७१ (जे) की सफलता के बारे में लोगों को बताएंगे। ३७१ (जे) के लाभार्थियों द्वारा राहुल गांधी के स्वागत से चुनाव अभियान की शुरूआत इसी बात का स्पष्ट संकेत है।

Tags:

About The Author

Dakshin Bharat Android App Download
Dakshin Bharat iOS App Download

Latest News

सिंधु जल संधि पर भारत के फैसले के बाद पाकिस्तान ने दी यह धमकी सिंधु जल संधि पर भारत के फैसले के बाद पाकिस्तान ने दी यह धमकी
Photo: ShehbazSharif FB Page
आतंकवादियों का खत्मा करे केंद्र, पहलगाम जैसी घटनाएं दोबारा न हों: सिद्दरामय्या
पहलगाम हमले की साजिश रचने वालों को उनकी कल्पना से भी बड़ी सजा मिलेगी: मोदी
तीर्थों की पवित्रता के साथ-साथ सुरक्षा अति आवश्यक: आचार्यश्री अरिहंतसागरसूरी
जम्मू-कश्मीर: उधमपुर में हुई मुठभेड़, सेना का एक जवान शहीद
पहलगाम आतंकी हमले पर प्रधानमंत्री को सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता करनी चाहिए: कांग्रेस
राजराजेश्वरी नगर की तेरापंथ महिलाओं ने जल संरक्षण के लिए संकल्प लिए