पाकिस्तान में चीनियों के आए 'बुरे दिन', अब सुरक्षा गार्ड ने 2 लोगों पर चलाईं गोलियां
एक की हालत गंभीर है
Photo: ISPROfficial1 FB Page
कराची/दक्षिण भारत। पाकिस्तान के कराची शहर में मंगलवार को एक सुरक्षा गार्ड ने दो चीनी नागरिकों पर गोलियां चला दीं, जिससे वे घायल हो गए। सिंध सरकार ने स्थानीय पुलिस स्टेशन में 'झड़प' की सूचना दी है।
घटनास्थल पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए केमाड़ी के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक फैजान अली ने कहा कि सुरक्षा गार्ड की गोलीबारी में दो चीनी नागरिक घायल हो गए हैं।सिंध गृह विभाग के एक बयान के अनुसार, कराची के सिंध इंडस्ट्रियल ट्रेडिंग एस्टेट (एसआईटीई) ए क्षेत्र में एक पुलिस स्टेशन में विदेशियों और सुरक्षा गार्डों के बीच झड़प हुई।
बयान में कहा गया कि सिंध के गृह मंत्री जियाउल हसन लंजर ने अधिकारियों को घटना में शामिल सुरक्षा गार्ड को गिरफ्तार करने का निर्देश दिया है।
लांजर ने दक्षिण के उपमहानिरीक्षक से ब्योरा मांगा और कहा कि घटना के तथ्यों की पुष्टि एक व्यापक जांच से की जानी चाहिए। उन्होंने कहा, 'उन्हें जांच रिपोर्ट और पुलिस कार्रवाई के बारे में अवश्य बताया जाना चाहिए।'
सिंध के गृह मंत्री ने कहा कि चीनी विशेषज्ञों / निवासियों और विदेशियों को सुरक्षा देने वाली कंपनियों का ऑडिट किया जाना चाहिए और ऑडिट रिपोर्ट समीक्षा के लिए भेजी जानी चाहिए।
लांजर ने जोर देकर कहा कि सुरक्षा ड्यूटी पर तैनात सुरक्षा गार्डों की शारीरिक और मानसिक फिटनेस जांच सुनिश्चित की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि पूरी तरह प्रशिक्षित और स्वस्थ सुरक्षा गार्डों से ही सेवाएं ली जानी चाहिएं।
बयान के अनुसार, उन्होंने अपंजीकृत और अवैध सुरक्षा कंपनियों पर कार्रवाई करने का भी आदेश दिया।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, लियाकत नेशनल हॉस्पिटल के प्रवक्ता के हवाले से बताया कि वे दो चीनी नागरिकों का इलाज कर रहे हैं, जिनमें से एक की हालत गंभीर है।
सिंध के गवर्नर कामरान खान टेसोरी ने घायल चीनियों के बारे में चिंता जताई और सिंध के पुलिस महानिरीक्षक गुलाम नबी मेमन से घटना की रिपोर्ट मांगी।
उनके कार्यालय से जारी एक बयान में कहा गया कि विदेशी निवासियों की सुरक्षा हमारी पहली प्राथमिकता है। घटना में शामिल तत्त्वों को किसी भी हालत में न्याय के दायरे में लाया जाएगा।
इससे पहले, अक्टूबर में जिन्ना अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के पास एक सड़क पर भीषण धमाका हुआ था, जिसमें कुल तीन लोगों की मौत हो गई थी और एक चीनी नागरिक सहित कम से कम 11 अन्य घायल हो गए थे।
प्रतिबंधित संगठन बलोच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) की मजीद ब्रिगेड ने हमले की जिम्मेदारी ली थी।