दपरे: यूपीएस से रेलवे कर्मचारियों को होने वाले फायदों के बारे में जानकारी दी
इस पहल का मकसद सरकारी कर्मचारियों के लिए पेंशन लाभ को बढ़ाना है
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हुब्बली/दक्षिण भारत। रेल सौधा में मंगलवार को एक संवाददाता सम्मेलन में वित्तीय सलाहकार एवं मुख्य लेखा अधिकारी कुसुमा हरिप्रसाद और मुख्य कार्मिक अधिकारी शुजा महमूद ने यूपीएस और रेलवे कर्मचारियों के लिए इसके फायदों के बारे में जानकारी दी।
यूबीएल, एमवाईएस और एसबीसी के तीनों डीआरएम/एडीआरएम अन्य वरिष्ठ अधिकारियों, स्थानीय मीडियाकर्मियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए इसमें शामिल हुए।बताया गया कि इस योजना से दक्षिण पश्चिम रेलवे के लगभग 31,230 कर्मचारियों (यानी 80 प्रतिशत) को लाभ मिलने की उम्मीद है, जो वर्तमान में एनपीएस के अंतर्गत आते हैं और 7,712 कर्मचारी पुरानी पेंशन योजना के अंतर्गत आते हैं।
इसके अलावा इन कर्मचारियों के पास मौजूदा राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (एनपीएस) और नई एकीकृत पेंशन योजना (यूपीएस) के बीच चयन करने का विकल्प होगा।
बता दें कि 24 अगस्त को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने एकीकृत पेंशन योजना (यूपीएस) को मंजूरी दी, जो गारंटी देती है कि सरकारी कर्मचारियों को सेवानिवृत्ति से पहले अंतिम 12 महीनों के औसत मूल वेतन का 50 प्रतिशत प्राप्त होगा।
इस पहल का मकसद सरकारी कर्मचारियों के लिए पेंशन लाभ को बढ़ाना है, जिससे सेवानिवृत्ति के बाद उनकी वित्तीय सुरक्षा और ज्यादा सुनिश्चित हो सके।
बताया गया कि एकीकृत पेंशन योजना उन लोगों के लिए सुरक्षित भविष्य प्रदान करने को लेकर प्रतिबद्धता का प्रमाण है, जिन्होंने रेलवे और राष्ट्र की अथक सेवा की है।
यह कर्मचारियों के भविष्य की सुरक्षा करने और यह सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण कदम है कि उनकी सेवा के वर्षों के बदले उन्हें वह वित्तीय सुरक्षा मिले, जिसके वे हकदार हैं।