बीएफ.7 स्वरूप दिख रहा कम खतरनाक, लेकिन बच्चे व बुजुर्ग सतर्कता बरतें: सुधाकर
कोविड-19 से निपटने की तैयारी का पूर्वाभ्यास राज्य के प्रत्येक जिले और तालुका में हो रहा है
बीएफ.7 ओमीक्रोन का उप स्वरूप है
बेलगावी/भाषा। कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री के सुधाकर ने मंगलवार को कहा कि कोविड-19 का बीएफ.7 उप स्वरूप फैल तो रहा है, लेकिन गंभीर असर कम देखने को मिला है। इसके साथ ही उन्होंने जोर दिया कि वरिष्ठ नागरिकों, बच्चों और गर्भवती महिलाओं को सतर्क रहने की जरूरत है।
उन्होंने बताया कि कोविड-19 से निपटने की तैयारी का पूर्वाभ्यास राज्य के प्रत्येक जिले और तालुका में हो रहा है, ताकि संक्रमण से अचानक मरीजों की संख्या बढ़ने पर उनके इलाज की तैयारियों को परखा जा सके।सुधाकर ने संवाददाताओं से कहा, ‘बीएफ.7 ओमीक्रोन का उप स्वरूप है, लेकिन इसके और अन्य स्वरूपों में अंतर यह है कि यह तेजी से फैलता है परंतु संक्रमण का दुष्प्रभाव अधिक नहीं होता।’
उन्होंने कहा कि हालांकि अन्य देशों से आ रही जानकारी से संकेत मिला है कि बुजुर्गों और अन्य रोगों से ग्रस्त लोगों में संक्रमण के दुष्प्रभाव थोड़ा अधिक है।
मंत्री ने कहा, ‘यही वजह रही कि कल (सोमवार को) दिशा-निर्देश जारी किए गए। हमने उन्हें (बुजुर्गों और अन्य बीमारियों से ग्रस्त लोगों को) अधिक महत्व दिया है और उन्हें ऐसे स्थानों या गतिविधियों से बचने की सलाह दी है, जहां पर भीड़भाड़ हो। अगर उन्हें वहां जाना जरूरी हो तो मास्क अवश्य लगाने को कहा है। इसी तरह की सलाह बच्चों और गर्भवती महिलाओं को दी गई है।’
गौरतलब है कि वैश्विक स्तर पर कोविड-19 के मामलों में वृद्धि को देखते हुए कर्नाटक सरकार ने सोमवार को सिनेमाघरों और शिक्षण संस्थानों में मास्क लगाना अनिवार्य कर दिया और बुजुर्गों सहित अधिक खतरे वाली आबादी को भीड़-भाड़ से बचने की सलाह दी।
सरकार ने सोमवार को निर्देश दिया कि बार, रेस्तरां और पब में केवल उन लोगों को प्रवेश दिया जाए जिन्होंने कोविड-19 से बचाव के लिए टीके की दो खुराकें ली हैं। ऐसे स्थानों को नए साल पर बैठने की क्षमता के बराबर ही मेहमानों की मेजबानी करने को कहा गया है। एक जनवरी को नए साल का जश्न भी रात एक बजे तक खत्म करने का निर्देश दिया गया है।
महाराष्ट्र से लगती सीमा पर सतर्कता बरतने के सवाल पर सुधाकर ने कहा कि केंद्र ने राज्यों को अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की निगरानी करने का निर्देश दिया है और पड़ोसी राज्य के अधिकारी भी उन स्थानों पर निगरानी रख रहे हैं जहां पर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे हैं।
मंत्री ने कहा, ‘हमारे राज्य में बेंगलूरु और मेंगलूरु (जहां पर अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा है) प्रवेश बिंदु है। हम वहां कड़ी निगरानी रख रहे हैं। मैं अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की निगरानी के लिए उठाए गए कदमों का आकलन करने के लिए वहां जाने वाला हूं।’