खेल आधिकारियों की सूची से पिता का नाम हटाने पर भड़कीं सायना नेहवाल

खेल आधिकारियों की सूची से पिता का नाम हटाने पर भड़कीं सायना नेहवाल

नई दिल्ली/वार्ताभारत की स्टार शटलर सायना नेहवाल ने बुधवार से शुरू होने जा रहे गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों में भारतीय अधिकारियों की सूची से अपने पिता हरवीर सिंह का नाम हटाये जाने पर गहरी नारा़जगी जाहिर की है। ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में बुधवार से २१वें राष्ट्रमंडल खेलों में हिस्सा लेने गईं बैडमिंटन खिला़डी सायना के पिता का नाम बतौर अधिकारी प्रस्तावित किया था। वहीं पीवी सिंधू की माता का नाम भी बाद में अधिकारियों की सूची से हटा दिया गया था। लेकिन केंद्रीय खेल मंत्रालय ने बाद में इन्हें भारतीय दल के साथ अपने खर्चे पर यात्रा करने की अनुमति देदी थी। सायना ने गुस्सा जाहिर करते हुए कहा कि गोल्डकोस्ट पहुंचने पर उन्हें पता चला कि उनके पिता का नाम आधिकारिक सूची से हटा दिया गया है जिसके कारण अब उनके पिता उनका कोई भी मैच नहीं देख पाएंगे। ओलंपिक पदक विजेता ने ट्विटर पर कई ट्वीट्स करते हुए अपना गुस्सा भी जाहिर किया है। बैडमिंटन खिला़डी ने लिखा मैं इस बात से हैरान हूं कि जब हम भारत से राष्ट्रमंडल खेलों के लिए रवाना हुए थे तब मेरे पिता के नाम की टीम अधिकारी के तौर पर पुष्टि हुई थी और हमने इसके लिए पूरा खर्च भी खुद से वहन किया था लेकिन जब हम खेल गांव पहुंचे तो मेरे पिता का नाम टीम अधिकारी की सूची से काट दिया गया था। वह तो अब मेरे साथ रह भी नहीं सकते हैं। सायना ने अन्य ट्वीट पोस्ट करते हुए लिखा मेरे पिता अब मेरे मैच देखने के लिए खेल गांव तक में प्रवेश नहीं कर सकते हैं और न ही मुझसे मिल सकते हैं। यह किस तरह की मदद है? इस मसले पर कुछ विवाद के बाद भारतीय ओलंपिक संघ ने संशोधित सूची अपनी वेबसाइट पर जारी की थी। भारत ने गोल्ड कोस्ट में अपना ३२६ सदस्यीय दल उतारा है जिसमें आठ पैराथलीट सहित कुल २१८ एथलीट हैं। इसके अलावा १०८ अधिकारी हैं। बैडमिंटन स्पर्धाओं में पदक की दावेदार मानी जा रही भारतीय खिला़डी ने साथ ही लिखा मुझे मेरे पिता का समर्थन चाहिए क्योंकि मैं अपनी हर प्रतिस्पर्धा में उन्हीं के साथ जाती हूं। मुझे समझ नहीं आ रहा है कि आखिर मुझे पहले इस बारे में किसी ने सूचना क्यों नहीं दी कि वह खेल गांव में प्रवेश नहीं कर सकते हैं।राष्ट्रमंडल खेलों के पिछले तीन संस्करणों में भारतीय दल ने कुल २१५ पदक जीते हैं। इसमें वर्ष २००६ में उसने ५० पदक, वर्ष २०१० में १०१ पदक और वर्ष २०१४ में ६४ पदक जीते हैं। भारत इस वर्ष पिछले संस्करणों को पीछे छो़ड सर्वाधिक पदकों की उम्मीद कर रहा है।

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