डिजिटल टोल संग्रह के लिए सबसे बड़ा सूत्रधार बना पेटीएम पेमेंट्स बैंक
डिजिटल टोल संग्रह के लिए सबसे बड़ा सूत्रधार बना पेटीएम पेमेंट्स बैंक
नई दिल्ली/दक्षिण भारत। पेटीएम पेमेंट्स बैंक ने अपने यूजर्स को एक और तोहफा दिया है। कंपनी ने बताया कि वह देश में 211 टोल प्लाजा पर स्वचालित कैशलेस भुगतान सक्षम कर रहा है। साथ ही, राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक टोल संग्रह (एनईटीसी) कार्यक्रम के तहत सबसे बड़ा अधिग्रहणकर्ता बैंक भी बन गया है।
कंपनी द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, वह देश फास्टैग का सबसे बड़ा जारीकर्ता है और इसके साथ 5 मिलियन से ज्यादा वाहन लैस हैं। कंपनी ने बताया कि उसका लक्ष्य है कि तीन माह में फास्टैग की बिक्री में शत प्रतिशत वृद्धि और 100 टोल प्लाजा का अधिग्रहण करे।कंपनी अपने यूजर्स को यह सुविधा देती है कि उसे पेटीएम फास्टैग के लिए किसी दूसरे प्रीपेड खाते की जरूरत न हो। इसके तहत जब आप टोल भुगतान करना चाहें तो पैसा पेटीएम वॉलेट से ऑटो-डेबिट हो जाएगा। इसके अलावा शेष शेष राशि का इस्तेमाल खरीदारी, रिचार्ज, बिल भुगतान में भी कर सकते हैं।
लोगों को टोल प्लाजा पर कैशलेस भुगतान और टैग खरीदने आदि के बारे में जानकारी देने के लिए बैंक ने 20,000 से ज्यादा शिविरों का आयोजन किया। इस संबंध में पेटीएम पेमेंट्स बैंक के सीईओ एवं प्रबंध निदेशक सतीश कुमार गुप्ता ने कहा, ‘हम देश में डिजिटल टोल भुगतान को अपनाने और सभी के लिए सड़क यात्रा को सहज और समय-कुशल बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।’
सीईओ ने यूजर्स के प्रति आभार जताते हुए कहा कि उन्होंने कंपनी को देश में फास्टैग का सबसे बड़ा जारीकर्ता और अधिग्रहणकर्ता बनने में मदद की है। उन्होंने ‘डिजिटल इंडिया’ का जिक्र करते हुए कहा कि हमारे सभी प्रयास इस मिशन को बढ़ावा देने और कैशलेस भुगतान को प्रोत्साहित करने की दिशा में हैं।
बता दें कि पेटीएम पेमेंट्स बैंक ने मारुति सुजुकी, हुंडई मोटर इंडिया, होंडा कार्स इंडिया, किआ मोटर्स, एमजी मोटर इंडिया के डीलर्स और उन कंपनियों के साथ भागीदारी की है जो प्री-फिटेड पेटीएम फास्टैग की पेशकश करते हैं।