तीन दशकों से लंबित बेंगलूरु उपनगरीय रेल परियोजना को लगे पर

तीन दशकों से लंबित बेंगलूरु उपनगरीय रेल परियोजना को लगे पर

वार्ता के दौरान उपस्थित नेतागण।

रेल मंत्री पीयूष गोयल और मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने हटाईं सभी रुकावटें

बेंगलूरु/दक्षिण भारत। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को यहां मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी के साथ तीन दशकों से लंबित बेंगलूरु उपनगरीय रेलवे परियोजना के बारे में विस्तार से बातचीत की। इस मुलाकात के बाद दोनों नेताओं ने एक संयुक्त प्रेस वार्ता को संबोधित किया। रेल मंत्री गोयल ने कहा कि राज्य सरकार ने बेंगलूरु उप नगरीय रेल परियोजना को क्रियान्वित करने के लिए इस वर्ष जनवरी में 19 शर्तें रखी थीं। यह शर्तें इस परियोजना का काम शुरू करने में अड़चन बनी हुई थीं।

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इस विषय में रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष ने 8 फरवरी को कर्नाटक के मुख्य सचिव को इन शर्तों के बारे में रेलवे की ओर से अपनाए गए नजरिए के बारे में बिंदुवार जानकारी देते हुए एक पत्र लिखा था। जहां रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष ने राज्य सरकार की इन शर्तों में से कई शर्तों को स्वीकार कर लिया था, वहीं राज्य सरकार से अनुरोध किया गया था कि वह शेष शर्तें वापस ले ले ताकि उपनगरीय रेल परियोजना के क्रियान्वयन में किसी प्रकार की रुकावट नहीं आए।

गोयल ने शुक्रवार को कुमारस्वामी के बीच हुई बातचीत के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा कि राज्य मंत्रिमंडल ने इन 19 शर्तों को अपनी सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है। रेलवे इन शर्तों को पूरा करेगा। आज की द्विपक्षीय बातचीत में इस विषय में निर्णय लिया गया है। गोयल ने बताया कि इस परियोजना के पहले चरण में 161 किलोमीटर की दूरी में उप नगरीय ट्रेनों का संचालन किया जाएगा और बाद में चलकर ट्रेनों की सेवा का दायरा बढ़ाने के लिए रेल गलियारों का आकार भी बढ़ाया जाएगा।

जानकारी के मुताबिक, राज्य मंत्रिमंडल की 25 फरवरी को प्रस्तावित बैठक में इस विषय में एक प्रस्ताव पारित किया जा सकता है। इसके निर्णयों के बारे में बैठक के बाद रेल मंत्रालय का जरूरी सूचना दे दी जाएगी। रेल मंत्री गोयल ने बताया कि इस 23 हजार करोड़ रुपए की परियोजना का काम कर्नाटक सरकार की अनुमति मिलने के बाद आगामी 6 वर्षों में पूरा कर लिया जाएगा।

इस परियोजना के तहत 82 उप नगरीय रेलवे स्टेशन बनाए जाएंगे, जिनका बेंगलूरु मेट्रो रेलवे के साथ 12 स्थानों पर इंटरचेंज बनाया जाएगा। इस परियोजना के लिए राज्य सरकार द्वारा बनाए गए स्पेशल परपस वेहिकल (एसपीवी) में इन बातों का जिक्र करने के साथ ही यह शर्त भी रखी गई है कि उप नगरीय रेलवे की हवाईअड्डे तक पहुंच सेवा जरूर होनी चाहिए। गोयल ने बताया इस परियोजना के क्रियान्वयन के लिए रेल मंत्रालय ने 1 रुपया प्रति एकड़ की दर से रेलवे की जमीन देने की मंजूरी दे दी है। इससे पूरी परियोजना की लागत घटकर ६७०० करोड़ रुपए हो जाएगी।

पीसी मोहन ने परियोजना के क्रियान्वयन पर जताई खुशी
बेंगलूरु सेंट्रल लोकसभा सीट के भाजपा सांसद पीसी मोहन ने इस रेल परियोजना के क्रियान्वयन की राह से सभी रुकावटें दूर होने को बेंगलूरु के लोगों का सपना सच होने वाली बात मानी। उन्होंने इस परियोजना का काम शुरू करने की घोषणा के बाद शुक्रवार को यहां जारी एक विज्ञप्ति में कहा, मुझे बेहद खुशी है कि ३० वर्षों से बेंगलूरु उप नगरीय रेलवे की लंबित मांग अब वास्तविक शक्ल अख्तियार करने जा रही है। मैं रेल मंत्री पीयूष गोयल और मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी को इस परियोजना की राह में अपने वाली सभी रुकावटें दूर करने के लिए बधाई देता हूं। मैं विशेष रूप से रेलमंत्री पीयूष गोयल को धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने इस परियोजना में व्यक्तिगत रूप से विशेष दिलचस्पी ली, अपने अंतरिम बजट में इस परियोजना के लिए वित्तीय आवंटन भी किया और इस परियोजना के लिए खुद नई दिल्ली से चलकर कर्नाटक पहुंचे।

सांसद राजीव चंद्रशेखर ने किया स्वागत
भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सदस्य और उद्योगपति राजीव चंद्रशेखर ने भी इस परियोजना के रास्ते से आखिरकार सभी बाधाएं दूर कर दिए जाने का स्वागत किया। उन्होंने पीयूष गोयल और कुमारस्वामी की संयुक्त प्रेस वार्ता के बाद अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, नम्मा बेंगलूरु (हमारे बेंगलूरु) के लिए बेहद शानदार खबर…एचडी कुमारस्वामी और पीयूष गोयल ने कर्नाटक सरकार और भारतीय रेलवे के बीच बेंगलूरु उप नगरीय रेल परियोजना की राह से सभी गतिरोध हटा लिए हैं। अब 23 हजार करोड़ रुपए की यह परियोजना वास्तविकता की धरातल पर उतरेगी। इससे बेंगलूरुवासियों को यातायात में काफी सहूलियतें मिलेंगी। मैं दोनों नेताओं को बधाई देता हूं।

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