समाज के हर क्षेत्र में महिलाओं का दखल उन्नति का परिचायक : नाइक
समाज के हर क्षेत्र में महिलाओं का दखल उन्नति का परिचायक : नाइक
मथुरा। उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाइक ने यहां कहा कि भले ही संसद एवं विधान सभाओं में महिलाओं को एक-तिहाई आरक्षण दिए जाने से संबंधित विधेयक अभी तक पास न हो पाया हो, लेकिन महिलाओं ने स्वयं अलग-अलग क्षेत्रों में दखल देकर उपस्थिति दर्ज कराने की पहल शुरू कर दी है जो हमारे सामाजिक विकास का जीता-जागता प्रमाण है।नाइक ने यह वक्तव्य तब दिया जब वे मंगलवार को पं. दीनदयाल उपाध्याय पशुचिकित्सा विज्ञान विवि एवं गौ अनुसंधान संस्थान के ७वें दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता करते हुए समारोह में उपस्थित छात्र-छात्राओं, उनके अभिभावकों आदि को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने इस विवि में पशुचिकित्सा विज्ञान की शिक्षा लेने वाले विद्यार्थियों में से छात्राओं की एक-तिहाई उपस्थिति पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा, ६३ वर्ष पूर्व जब मैं बी. काम का छात्र था, तब १५० विद्यार्थियों की कक्षा में मात्र ४ ल़डकियां प़ढती थीं। लेकिन आज स्थिति बदल गई है। प्रदेश में भी उच्च शिक्षा के क्षेत्र में छात्र-छात्राओं का प्रतिशत ५० से ५५ व ४५ से ५० तक का है। उन्होंने कहा, आज महिलाओं की दृष्टि से जिस महिला सशक्तिकरण की बात हम करते हैं, उसका एक सशक्त उदाहरण हमें यहां भी देखने को मिल रहा है। उन्होंने कहा, कल तक शिक्षिका एवं नर्स बनने तक खुद को समेट कर रखने वाली छात्राएं अब विभिन्न कार्यालयों में अधिकारी, पुलिस, व सेना जैसे बहादुरी के कामों को भी अपना रही हैं और फाइटर प्लेन उ़डाने तक पहुंच गई हैं। उन्होंने कहा, वे कृषि के क्षेत्र में भी पुरुषों का सभी प्रकार से सहयोग करती आई हैं। खेतों में काम करने से लेकर गाय-भैंस-कुक्कुट पालन आदि पशुपालन से जु़डे सभी कार्यों में उनके सहयोग के बिना सफलता मिलना संभव ही नहीं है। उन्होंने देश को खाद्यान्न के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने वाले किसानों के बारे में कहा, इसी प्रकार जिन किसानों को अनप़ढ और गैर प्रगतिशील कहकर प़ढे-लिखे लोग हीनता की बातें करते थे।