मध्य प्रदेश: ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दिया
मध्य प्रदेश: ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दिया
नई दिल्ली/भाषा। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंगलवार को आखिरकार कांग्रेस छोड़ दी जिसके साथ ही मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार पर संकट गहरा गया है। हालांकि, कांग्रेस ने कहा है कि पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते सिंधिया को निष्कासित किया गया है।
मध्य प्रदेश के कांग्रेस के 17 विधायकों एवं मंत्रियों के बेंगलूरु में होने की खबर है। ये सिंधिया के करीबी बताए जाते हैं। माना जा रहा है कि सिंधिया के कांग्रेस से अलग होने के बाद अब उनके समर्थक विधायक भी उनके साथ जा सकते हैं। ऐसी स्थिति में कमलनाथ सरकार के अल्पमत में आने का खतरा है।राज्य में कांग्रेस के पास 114 विधायक हैं और उसे चार निर्दलीय, बसपा के दो और समाजवादी पार्टी के एक विधायक का समर्थन हासिल है। भाजपा के 107 विधायक हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद सिंधिया ने अपने ट्विटर हैंडल के जरिए अपने इस्तीफे की घोषणा की। उन्होंने जो त्यागपत्र साझा किया है उस पर नौ मार्च की तिथि है।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेजे त्यागपत्र में सिंधिया ने कहा, ‘अपने राज्य और देश के लोगों की सेवा करना मेरा हमेशा से मकसद रहा है। मैं इस पार्टी में रहकर अब यह करने में अक्षम में हूं।’
उधर, कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने एक बयान में कहा, ‘कांग्रेस अध्यक्ष ने पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण सिंधिया को तत्काल प्रभाव से निष्कासित करने को स्वीकृति प्रदान की।’ सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस ने आखिरी समय तक सिंधिया को मनाने का प्रयास किया, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली।
— Jyotiraditya M. Scindia (@JM_Scindia) March 10, 2020
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सियासी संकट के बीच कमलनाथ सरकार के मंत्रियों ने सोमवार रात इस्तीफा दे दिया। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि मंत्रिमंडल के नए सिरे से गठन किया जाएगा।
सिंधिया और उनके समर्थक विधायकों के फोन सोमवार को बंद हो गए थे। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस के कई नेताओं ने आखिरी समय पर सिंधिया से संपर्क साधने के प्रयास किया लेकिन संपर्क नहीं हो पाया।
सिंधिया ने अपने पिता माधवराव सिंधिया की जयंती के दिन कांग्रेस छोड़ने की घोषणा की। कांग्रेस ने भी माधवराव सिंधिया की जयंती पर उन्हें याद किया।
पार्टी के अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल के जरिये कहा, ‘माधव राव सिंधिया की जयंती पर हम उन्हें सम्मान याद करते हैं। वे नौ बार लोकसभा के सदस्य रहे और रेल मंत्री के तौर पर सेवा दी। उनके कार्यकाल के दौरान ही पहली शताब्दी ट्रेन की शुरुआत हुई।’ माधवराव सिंधिया की जयंती पर मध्य प्रदेश भाजपा और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी उन्हें याद किया।