राम मंदिर से ​चिढ़ने वाले लोग महाकुंभ को भी कोसने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे: मोदी

प्रधानमंत्री ने पीएम किसान निधि की 19वीं किस्त जारी की

राम मंदिर से ​चिढ़ने वाले लोग महाकुंभ को भी कोसने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे: मोदी

Photo: @bjp YouTube Channel

भागलपुर/दक्षिण भारत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को बिहार के भागलपुर में विभिन्न विकास परियोजनाओं का शुभारंभ किया और पीएम किसान निधि की 19वीं किस्त जारी की। इस दौरान उन्होंने कहा कि बाबा अजगैबीनाथ की पावन धरा पर इस समय महाशिवरात्रि की भी तैयारियां चल रही हैं। ऐसे पवित्र समय में, मुझे पीएम किसान निधि की एक और किस्त देश के करोड़ों किसानों को भेजने का सौभाग्य मिला है। करीब 22 हजार करोड़ रुपए एक क्लिक पर देशभर के किसानों के खातों में पहुंचे हैं।

Dakshin Bharat at Google News
प्रधानमंत्री ने कहा कि महाकुंभ के समय में मंदराचल की इस धरती पर आना बड़ा सौभाग्य है। इस धरती में आस्था भी है, विरासत भी है और विकसित भारत की सामर्थ्य भी है। यह शहीद तिलका मांझी की धरती है और सिल्क सिटी भी है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि मैंने लाल किले से कहा था कि विकसित भारत के चार मजबूत स्तंभ हैं- गरीब, किसान, महिला और नौजवान। राजग सरकार, चाहे केंद्र में हो या फिर प्रदेश में, किसान कल्याण हमारी प्राथमिकता है। 

प्रधानमंत्री ने कहा कि किसान को खेती के लिए अच्छे बीज चाहिएं, पर्याप्त और सस्ती खाद चाहिए, सिंचाई की सुविधा चाहिए, पशुओं का बीमारी से बचाव चाहिए और आपदा के समय नुकसान से सुरक्षा चाहिए। पहले इन सभी पहलुओं को लेकर किसान संकट से घिरा रहता था। जो लोग पशुओं का चारा खा सकते हैं, वे इन स्थितियों को कभी नहीं बदल सकते हैं। राजग सरकार ने इन स्थितियों को बदला है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले जब बाढ़ आती थी, सूखा पड़ता था, ओले पड़ते थे, तब ये लोग (पहले की सरकारें) किसानों को उनकी हाल पर छोड़ देते थे। साल 2014 में जब आपने राजग को आशीर्वाद दिया तो मैंने कहा कि ऐसा नहीं चलेगा। राजग सरकार ने 'पीएम फसल बीमा योजना' बनाई। इस योजना के तहत पौने दो लाख करोड़ रुपए का क्लेम किसानों को आपदा के समय मिल चुका है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि बीते वर्षों में सरकार के प्रयासों से भारत का कृषि निर्यात बहुत अधिक बढ़ा है। इससे किसानों को उनकी उपज की ज्यादा कीमत मिलने लगी है। कई कृषि उत्पाद ऐसे हैं, जिनका पहली बार निर्यात शुरू हुआ है। अब बारी बिहार के मखाने की है। यह सुपर फूड है, जिसे अब दुनिया के बाजारों तक पहुंचाना है। इसलिए इस वर्ष के बजट में मखाना किसानों के लिए मखाना बोर्ड बनाने का ऐलान किया गया है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि मेरा तो सपना है, दुनिया की हर रसोई में भारत के किसान का उगाया कोई न कोई उत्पाद होना ही चाहिए। इस वर्ष के बजट ने भी इसी विजन को आगे बढ़ाया है। बजट में 'पीएम धन धान्य योजना' की घोषणा की गई है। इसके तहत देश के 100 ऐसे जिलों की पहचान की जाएगी, जहां सबसे कम फसल उत्पादन होता है। फिर ऐसे जिलों में खेती को बढ़ावा देने के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा। 

प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने देश में 10 हजार किसान उत्पादक संघ बनाने का बड़ा लक्ष्य रखा था। आज मुझे यह बताते हुए खुशी है कि देश ने इस लक्ष्य को प्राप्त कर लिया है।आज बिहार की भूमि 10,000वें किसान उत्पादक संघ के निर्माण की साक्षी बन रही है। मक्का, केला और धान पर काम करने वाला यह किसान उत्पादक संघ जिला खगड़िया में रजिस्टर हुआ है। 

प्रधानमंत्री ने कहा कि इस समय प्रयागराज में एकता का महाकुंभ चल रहा है। यह भारत की आस्था, भारत की एकता और समरसता का सबसे बड़ा महोत्सव है। पूरे यूरोप की जितनी जनसंख्या है, उससे भी अधिक लोग इस एकता के महाकुंभ में स्नान कर चुके हैं, लेकिन ये जंगलराज वाले महाकुंभ को गाली दे रहे हैं। राम मंदिर से ​चिढ़ने वाले लोग महाकुंभ को भी कोसने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं। मैं जानता हूं, महाकुंभ को गाली देने वाले लोगों को बिहार कभी माफ नहीं करेगा।

प्रधानमंत्री ने कहा कि राजग सरकार भारत की गौरवशाली विरासत के संरक्षण और वैभवशाली भविष्य के निर्माण के लिए एक साथ काम कर रही है, लेकिन ये जो जंगलराज वाले हैं, इन्हें हमारी धरोहर से, हमारी आस्था से नफरत है।

About The Author

Dakshin Bharat Android App Download
Dakshin Bharat iOS App Download