कैडेटों के कौशल विकास और व्यक्तित्व को आकार देने में एनसीसी शिविर की महत्त्वपूर्ण भूमिकाः ले. कर्नल दामोदरन
विद्याशिल्प अकादमी, जक्कुर में एनसीसी कैंप (सीएटीसी) लगाया गया
युवाओं में आत्मनिर्भरता पैदा करने के महत्त्व पर जोर दिया
बेंगलूरु/दक्षिण भारत। राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) की तीसरी कर्नाटक बटालियन ने 16 जनवरी से 25 जनवरी तक विद्याशिल्प अकादमी, जक्कुर में वर्ष 2023-24 के लिए संयुक्त वार्षिक प्रशिक्षण शिविर (सीएटीसी) का आयोजन किया।
शिविर में 500 कैडेटों ने भाग लिया। वहीं, 2 अधिकारियों, 10 एएनओ, 30 पीआई और 9 सहायक कर्मचारियों की प्रशिक्षण टीम थी। कैडेटों के लिए ऑनबोर्डिंग प्रक्रिया में शिविर गतिविधियों की सुचारु शुरुआत सुनिश्चित करने के लिए सावधानीपूर्वक दस्तावेज़ सत्यापन और बायोमेट्रिक प्रक्रिया शामिल थी।उद्घाटन भाषण कैंप कमांडेंट और 3 कर्नाटक बटालियन एनसी के कमांडिंग ऑफिसर लेफ्टिनेंट कर्नल दामोदरन पीपी ने दिया।
उन्होंने युवाओं में आत्मनिर्भरता पैदा करने के महत्त्व पर जोर दिया। साथ ही, अभ्यास और अनुशासन की पारंपरिक सीमाओं को पार करने में एनसीसी शिविरों के गहरे प्रभाव के बारे में बताया।
उन्होंने कहा कि एनसीसी शिविर नए कौशल प्राप्त करने और कैडेटों के पूर्ण व्यक्तित्व को आकार देने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इसके अलावा, कैंप कमांडेंट ने चयनित कैडेटों को रैंक प्रदान की।
एनसीसी प्रशिक्षण के अलावा ईएक्सपीए की एक टीम ने विभिन्न जीवन कौशल पर सीनियर डिवीजन और सीनियर विंग कैडेटों के लिए 2 दिनों की कार्यशाला भी आयोजित की। ईएक्सपीए प्रशिक्षण से 250 कैडेट लाभान्वित हुए।
रक्षा को करियर विकल्प के रूप में चुनने के लिए कैडेटों को जानकारी देने के वास्ते जेडआरओ बेंगलूरु के निदेशक कर्नल गौरव थापा ने ‘आर्मी - ए वे ऑफ लाइफ’ पर प्रजेंटेशन लिया। बुधवार को सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया।