पूंजी, संसाधनों, टेक्नोलॉजी तक नागरिकों की पहुंच हमारी सरकार की प्राथमिकता: मोदी
प्रधानमंत्री ने इंडिया मोबाइल कांग्रेस के 7वें संस्करण का उद्घाटन किया
'साल 2014 से पहले भारत के पास मात्र कुछ सौ स्टार्टअप थे, लेकिन अब यह संख्या 1 लाख के आस-पास पहुंच गई है'
नई दिल्ली/दक्षिण भारत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को इंडिया मोबाइल कांग्रेस के 7वें संस्करण का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि इंडिया मोबाइल कांग्रेस के 7वें संस्करण में आप सबके बीच आना अपने आप में एक सुखद अनुभव है। 21वीं सदी की तेजी से बदलती हुई दुनिया में यह आयोजन करोड़ों लोगों का भाग्य बदलने की क्षमता रखता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि एक समय था, जब हम भविष्य की बात करते थे, तो उसका अर्थ अगला दशक, 20-30 साल का समय या फिर अगली शताब्दी होता था, लेकिन आज हर दिन टेक्नोलॉजी में तेजी से होते परिवर्तन के कारण हम कहते हैं कि भविष्य यहीं और अभी है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि अभी कुछ देर पहले मैंने यहां प्रदर्शनी में लगे कुछ स्टॉल्स देखे। इस प्रदर्शनी में मैंने उसी भविष्य की झलक देखी। टेलीकॉम हो, टेक्नोलॉजी हो कनेक्टिविटी हो, 6जी हो, एआई हो, साइबर सिक्योरिटी हो, सेमीकंडक्टर हो, ड्रोन या स्पेस सेक्टर हो या फिर दूसरे सेक्टर्स, आने वाला समय बिल्कुल ही अलग होने जा रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि यह हम सभी के लिए खुशी की बात है कि हमारी युवा पीढ़ी देश के भविष्य का नेतृत्व कर रही है, हमारी टेक्नोलॉजी क्रांति को लीड कर रही है। पिछले वर्ष हम यहां 5जी रोल आउट के लिए एकत्र हुए थे। उस ऐतिहासिक कार्यक्रम के बाद पूरी दुनिया भारत को हैरत भरी नजरों से देख रही थी।
आखिर भारत में दुनिया का सबसे तेज 5जी रोल आउट हुआ था, लेकिन हम उस सफलता के बाद भी रुके नहीं। हमने 5जी को भारत के हर नागरिक तक पहुंचाने का काम शुरू किया। यानी हम रोल आउट स्टेज से रीच आउट स्टेज तक पहुंचे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि 5जी लॉन्च के एक साल के भीतर ही भारत में करीब 4 लाख 5जी बेस स्टेशन बन गए हैं। इनसे देश के 97 प्रतिशत शहरों और 80 प्रतिशत से ज्यादा जनसंख्या को कवर किया जा रहा है। हम न सिर्फ भारत में तेजी से 5जी का विस्तार कर रहे हैं, बल्कि 6जी के क्षेत्र में भी लीडर बनने की दिशा में बढ़ रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में विकास का लाभ हर वर्ग, हर क्षेत्र तक पहुंचे, भारत में संसाधनों का सभी को लाभ मिले, सभी को सम्मानजनक जीवन मिले और सभी तक टेक्नोलॉजी का फायदा पहुंचे, इस दिशा में हम तेजी से काम कर रहे हैं। मेरे लिए यही सबसे बड़ा सामाजिक न्याय है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि नागरिकों के लिए पूंजी तक पहुंच, संसाधनों तक पहुंच और टेक्नोलॉजी तक पहुंच हमारी सरकार की प्राथमिकता में है। भारत नेट प्रोजेक्ट ने अब तक करीब 2 लाख ग्राम पंचायतों को ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी से जोड़ा है। हमारी अटल टिकरिंग लैब के पीछे भी यही विचार है। 10 हजार लैब्स के जरिए हम करीब 75 लाख बच्चों को अग्रणी तकनीक से जोड़ पाए हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि बीते कुछ वर्षों में भारत की सबसे महत्त्वपूर्ण सफलता की कहानियों में हमारा स्टार्टअप इकोसिस्टम भी एक महत्वपूर्ण स्थान ले चुका है। बहुत कम समय में हमने यूनिकॉर्न्स का शतक लगाया है और हम दुनिया के शीर्ष 3 स्टार्टअप इकोसिस्टम में से एक बने हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि साल 2014 से पहले भारत के पास मात्र कुछ सौ स्टार्टअप थे, लेकिन अब यह संख्या 1 लाख के आस-पास पहुंच गई है। भारत का सेमीकंडक्टर मिशन सिर्फ अपनी घरेलू मांग नहीं, बल्कि दुनिया की जरूरत पूरी करने के मिशन पर आगे बढ़ रहा है। विकासशील देश से विकसित देश होने के सफर को अगर कोई और तेज करता है, तो वो है - टेक्नोलॉजी।
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