बेंगलूरु की हर्षिता को मिला ऑस्कर नामांकित प्रोडक्शन डिजाइनर के साथ काम करने का मौका
शो 'अवर फ्लैग मीन डेथ' का सेट तैयार किया
बेंगलूरु/दक्षिण भारत। सिनेमा या उसका तकनीकी ज्ञान किसी व्यक्ति को हॉलीवुड या बॉलीवुड में प्रतिष्ठित जगह नहीं दिला सकता। किसी ठोस सपोर्ट और कड़ी मेहनत के बिना सिनेमा क्षेत्र में स्थान बनाना एक सपने जैसा है लेकिन जब इरादे मजबूत व संकल्प दृढ़ होता है तो आसमान की बुलंदी को भी हासिल किया जा सकता है।
बेंगलूरु की हर्षिता रेड्डी के लिए भी हॉलीवुड फिल्म के पोर्टल्स व सेट तक जगह बनाना आसान नहीं था लेकिन उन्होंने 12 साल उम्र में तेलुगु फिल्म 'अर्जुन' देखकर अपने सपने को और मजबूत किया तथा तकनीक व रचनात्मक कौशल के माध्यम से सिनेमा क्षेत्र में विशेष स्थान बनाया।आर्किटेक्ट से सेट डिज़ाइनर बनीं सहसहायक कला निर्देशक हर्षिता रेड्डी की प्रतिभा को पहचान कर उन्हें ऑस्कर-नामांकित प्रोडक्शन डिज़ाइनर रा विंसेंट से एक समुद्री लुटरे कॉमेडी शो 'अवर फ्लैग मीन डेथ' में काम करने का अवसर प्रदान किया।
गौरतलब है कि न्यूजीलैंड स्थित डिजाइनर रा विंसेंट ने लॉर्ड ऑफ द रिंग्स, थोर और जोजो रैबिट आदि में कार्य किया है। रेड्डी ने कहा कि इस शो में सेट का काम करना उनके लिए एक अच्छा अनुभव था। उन्होंने अपने कार्य का श्रेय पूरी टीम को दिया।
हर्षिता ने कहा कि रा विंसेट के साथ काम करना एक सपने के सच होने जैसा था। उन्होंने इस शो के सेट के लिए शोधकर्ता के रूप में शुरुआत की और 19वीं शताब्दी के दौरान विभिन्न देशों से जहाज की वास्तुकला और निर्माण के बारे में तथ्यात्मक और सटीक जानकारी प्राप्त की। इस सेट को और संजीव व रोचक बनाने के लिए 1800 के दशक में समुद्री लुटेरों के जीवन के बारे में कुछ मजेदार और दिलचस्प बाते जानीं।
हर्षिता ने कहा कि सेट डिजाइनर के रूप में मेरी जिम्मेदारी मुख्य सेट में से एक को तैयार करना था, जो नायक समुद्री डाकू जहाज 'द रिवेंज' का मुख्य डेक है, अनिवार्य रूप से जहाज का आंतरिक भाग जहां शो का एक बड़ा हिस्सा फिल्माया गया है। इसे बनाने के लिए रा ने रचनात्मक स्वतंत्रता दी।
हर्षिता ने कहा कि इस कार्य में उन्होंने कई विभागों के बीच नेविगेट करना और शेड्यूल मैनेज करना सीखा। उनके लिए सबसे बड़ी उपलब्धि थी कम्युनिकेशन स्किल्स। हर्षिता ने कहा कि मेरी दिली तमन्ना है कि जेम्स बॉन्ड फिल्म और भारतीय पौराणिक फिल्म के सेट बनाऊं।