बाढ़ पीड़ितों को 10 हजार रु. डोनेट कर ट्रोल हुए पेटीएम संस्थापक, अब कंपनी ने बताया पूरा सच
बाढ़ पीड़ितों को 10 हजार रु. डोनेट कर ट्रोल हुए पेटीएम संस्थापक, अब कंपनी ने बताया पूरा सच
नई दिल्ली। केरल में बाढ़ आई तो भारत के अलावा विदेशों से भी कई लोग मदद के तौर पर लाखों रुपए देने का ऐलान करने लगे, वहीं पेटीएम के संस्थापक विजय शेखर शर्मा द्वारा भेजी गई रकम विवादों में आ गई। इसके लिए लोगों ने सोशल मीडिया पर उनका मजाक उड़ाया। हालांकि ऐसे लोगों ने हकीकत पूरी बात समझे बिना टिप्पणी की। अब पेटीएम ने अपना पक्ष रखकर स्थिति स्पष्ट की है।
विजय शेखर ने पेटीएम से बाढ़ पीड़ितों के लिए 10 हजार रुपए का योगदान किया। उन्होंने सोशल मीडिया पर योगदान के प्रमाण के तौर पर तस्वीर पेश की। इसके बाद लोगों ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उनका कहना था कि एक कामयाब कारोबारी से सिर्फ 10 हजार रुपए के योगदान की आशा नहीं की जा सकती। उन्हें थोड़ा बड़ा दिल दिखाना चाहिए था। कुछ लोगों ने विजय शेखर का मजाक भी उड़ाया। सोशल मीडिया पर यूजर्स उन्हें ट्रोल करने लगे।हालांकि कुछ लोग उनके पक्ष में भी आए और स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि पेटीएम से सिर्फ 10 हजार रुपए ही भेजे जा सकते हैं। ऐसे में मजाक उड़ाना गलत है। पेटीएम ने अपने ब्लॉग पर लिखा है कि उसके सीईओ विजय शेखर ने अच्छी नीयत से ट्वीट किया था। उनका मकसद दूसरों को भी डोनेट करने के लिए प्रेरणा देना था। कुछ लोगों ने रकम को गलत तरीके से पेश किया है।
पीटीएम ने कहा है कि वह केरल में बाढ़ पीड़ितों को भेजी जा रही राशि पर कोई चार्ज नहीं ले रहा, जबकि दूसरे भुगतान पर चार्ज लिया जाता है। कंपनी ने कहा है कि वह एक करोड़ रुपए तक के डोनेशन को मैच करेगी यानी जब तक राशि एक करोड़ तक नहीं पहुंची, यूजर्स द्वारा जितना डोनेशन भेजा गया, पेटीएम ने भी अपनी ओर से उतनी राशि डोनेट की है। इसके अलावा कंपनी का कहना है कि 19 अगस्त तक सभी के योगदान से 30 करोड़ रुपए इकट्ठे हो गए हैं। यह राशि बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए भेजी जाएगी।
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