30 विधायकों ने दिनाकरण के प्रति समर्थन जाहिर किया

30 विधायकों ने दिनाकरण के प्रति समर्थन जाहिर किया

चेन्नई। अखिल भारतीय अन्ना द्रवि़ड मुनेत्र कषगम (अम्मा) के प्रवक्ता नानजिल संपत ने गुरुवार को यहां पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि पार्टी के उप महासचिव टीटीवी दिनाकरण का समर्थन करने वाले विधायकों की संख्या लगातार बढ रही है। उन्होंने कहा कि ३० से अधिक विधायकों ने दिनाकरण को अपना समर्थन देने के प्रति प्रतिबद्धता जाहिर की है। उन्होंने कहा कि दिनाकरण के लिए ब़ढता समर्थन अप्रत्याशित है। उन्होंने कहा कि पार्टी के विधायक और पार्टी कार्यकर्ता यह चाहते हैं कि दिनाकरण पार्टी का नेतृत्व संभालने के लिए आगे आएं। संपत ने कहा कि पार्टी पूरी तरह से टीटीवी के नियंत्रण में है और वह पार्टी और सरकार को बचाने के लिए काम करेंगे। ्यख्रद्मय्·र्ैंद्यह्लय् फ्ष्ठ द्मब्र्‍्र ्यद्बध्द्मष्ठ प्य्ध्ष्ठ ्यप्थ्य्द्भ·र्ैं द्नर्‍ र्द्म·र्ष्ठैं फ्द्बत्र्श्चद्म द्बष्ठ्रसंपत ने कहा कि जिन विधायकों ने अभी तक उनसे मुलाकात नहीं की है वह भी पार्टी के उपमहासचिव के समर्थन में है और हमारी यह पूरी कोशिश है कि राज्य सरकार को भंग नहीं किया जा सके। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों से ऐसी बातें सामने आ रही हैं कि कुछ लोग पार्टी के नेतृत्व वाली राज्य सरकार को गिराने के लिए योजना बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी उप महासचिव और पार्टी के कार्यकर्ता राज्य की जनता द्वारा चुनी गई सरकार को भंग नहीं होने देंगे और अब इस दिशा में गंभीरता से कदम उठाया जा रहा है।फ्द्बद्भ फ्ष्ठ झ्रूप्श्च घ्रुद्मय्प् ब्ह्ष्ठद्मष्ठ ·र्ैंय् फ्झ्द्मय् द्मब्र्‍्र ब्ह्ख्य् झ्रूद्यय्संपत ने कहा कि कुछ लोग राज्य में समय से पूर्व चुनाव होने का सपना देख रहे हैं और वह लोग चुनाव के बारे में सपना देख सकते हैं, लेकिन ऐसा नहीं होगा। ज्ञातव्य है कि पिछले कुछ दिनों से इस बात को लेकर चर्चा हो रही थी कि टीटीवी दिनाकरण लगातार अन्नाद्रमुक (अम्मा) के विधायकों को अपने पक्ष में लाकर और राज्य के मौजूदा मुख्यमंत्री ईडाप्पाडी के पलानीसामी के स्थान पर स्वयं मुख्यमंत्री बनने की कोशिश कर रहे हैं। गत शनिवार को नई दिल्ली की एक विशेष अदालत द्वारा चुनाव आयोग के अधिकारियों को रिश्वत देने की कोशिश करने के मामले में जमानत मिलने के बाद जेल से रिहा होकर चेन्नई पहुंचे दिनाकरण ने यहां आते ही इस दिशा में कदम उठाना शुरु कर दिया था। गुरुवार को नानजिल संपत्त के बयान से पूरी तस्वीर साफ हो गई।्यख्रद्मय्·र्ैंद्यह्लय् ·र्ैंर्‍ द्यह्लय्द्मर्‍्यत्र ृद्ध ब्ह् ख्ंश्च डझ्लट्टचेन्नई हवाईअड्डे पर उनकी अगवानी करने के लिए अन्नाद्रमुक (अम्मा) के १५ विधायक और १००० से अधिक कार्यकर्ता थे और उन्होंने कहा था कि वह अभी भी पार्टी के उपमहासचिव हैं और उन्हें पार्टी से निकालने का अधिकार किसी को नहीं है। उनके इस बयान पर राज्य के वित्त मंत्री डी जयकुमार ने आपत्ति जाहिर की थी और कहा था कि दिनाकरण को अपने उस बयान पर कायम रहना चाहिए जिसमें उन्होंने कहा था कि वह पार्टी मामलों में दखल नहीं देंगे। इस बीच, पूर्व मुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम के समर्थक विधायक वीसी अरुकुट्टी ने गुरुवार को कहा कि सरकार स्थित रहेगी और इसके लिए पन्नीरसेल्वम और पलानीसामी खेमा विलय के मुद्दे पर बातचीत कर रहा है। उन्होंने कहा कि विलय के लिए पन्नीरसेल्वम की दो शर्ते हैं और जल्द ही इन शर्तों को पूरा कर दिया जाएगा।झ्ध्य्द्मर्‍फ्य्द्बर्‍ ृय्स्द्य झ्स्त्रय्र्‍द्यफ्ष्ठत्प्द्ब ·र्ष्ठैं ॅ·र्ैं ब्ह्द्मष्ठ ·र्ष्ठैं ्यद्बध्ष्ठ फ्ैं·र्ष्ठैंत्रइसी क्रम में पलानीसामी खेमे के नेता और मंत्री सी वी षन्मुगम ने कहा है कि विधायकों ने व्यक्तिगत रूप से दिनाकरण से मुलाकात की है। उन्होंने पन्नीरसेल्वम के उस बयान का भी स्वागत किया है जिसमें उन्होंने कहा कि राज्य सरकार नहीं गिरेगी। उल्लेखनीय है कि पलानीसामी गुट के पन्नीरसेल्वम गुट में मिलने की चर्चा तेज हो रही है। ऐसा बताया जा रहा है कि पन्नीरसेल्वम और पलानीसामी दोनों दिनाकरण के खिलाफ एक होने की योजना बना रहे हैं। गौरतलब है कि अन्नाद्रमुक (अम्मा) के बहुत सारे विधायक ऐसे हैं जो टीटीवी दिनाकरण की कार्यशैली से खुश नहीं है और उनके द्वारा पलानीसामी के समक्ष अपनी बात रखी भी गई है। अब दिनाकरण ने पलानीसामी को हटा कर स्वयं मुख्यमंत्री बनने की योजना बनानी शुरु कर दी है और इसलिए पलानीसामी दिनाकरण से असंतुष्ट विधायकों के साथ पन्नीरसेल्वम के खाने में आ सकते हैं।

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