'वित्तीय रूप से सशक्त महिलाएं विकसित भारत का मजबूत स्तंभ बनती हैं'
एसबीआई ने वित्तीय साक्षरता संबंधी शिविर लगाए

एक ही दिन में 126 से ज्यादा शिविरों का आयोजन किया
बेंगलूरु/दक्षिण भारत। 'वित्तीय साक्षरता द्वारा महिलाओं की संपन्नता' नामक भारतीय रिज़र्व बैंक के साक्षरता सप्ताह (24 से 28 फरवरी) के दौरान भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने पूरे कर्नाटक में शिविर लगाए। उसने बताया कि आयोजन के लिए 27 फरवरी का दिन तय किया गया था और शाखाओं, लीड बैंक प्रबंधकों, ग्रामीण स्वयं रोजगार प्रशिक्षण संस्थानों एवं वित्तीय साक्षरता परामर्शकों ने उत्साह दिखाते हुए एक ही दिन में 126 से ज्यादा शिविरों का आयोजन किया।
इन शिविरों में स्वयं सहायता समूह सदस्य, आंगनवाड़ी कर्मी, कृषि कर्मी, उद्यमी, आशा कर्मी, विद्यार्थी, गृहिणी आदि विविध पृष्ठभूमि वाली 5,429 से भी ज्यादा महिलाओं को ऋण प्राप्त करने, वित्तीय आयोजन, बचत, बीमा, साइबर-सुरक्षा, पारिवारिक खर्च का बजट बनाने जैसे महत्त्वपूर्ण विषयों पर वित्तीय जानकारी दी गई।बैंक की बेंगलूरु मुख्य महाप्रबंधक जूही स्मिता सिन्हा ने कहा, 'महिलाओं को वित्तीय रूप से सशक्त बनाने से आर्थिक संवृद्धि के साथ परिवार मजबूत बनते हैं, अर्थव्यवस्था में लचीलापन आता है। वित्तीय रूप से सशक्त महिलाएं विकसित भारत का मजबूत स्तंभ बनती हैं, जिससे समावेशी विकास एवं राष्ट्रीय प्रगति होती है। भारतीय स्टेट बैंक उन पहलों में हमेशा आगे रहेगा, जिनसे वित्तीय ज्ञान की कमी दूर हो और सभी के लिए अधिक समावेशी एवं सुरक्षित वित्तीय भविष्य सृजित हो।'