बांग्लादेश ने शेख मुजीबुर्रहमान के नाम से 'राष्ट्रपिता' की उपाधि हटाई
करेंसी नोटों से हटाई जा रही मुजीबुर्रहमान की तस्वीर

Photo: Google Map
ढाका/दक्षिण भारत। बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने स्वतंत्रता सेनानी की परिभाषा को बदलने वाले एक विधेयक में संशोधन करते हुए बंगबंधु शेख मुजीबुर्रहमान के लिए 'राष्ट्रपिता' की उपाधि को हटा दिया है। मीडिया में बुधवार को यह जानकारी आई।
यह कदम मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा देश के संस्थापक और अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना के पिता मुजीबुर्रहमान की तस्वीर को नए करेंसी नोटों से हटाने के कुछ दिनों बाद उठाया गया है।स्थानीय मीडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, अंतरिम सरकार ने राष्ट्रीय स्वतंत्रता सेनानी परिषद अधिनियम में संशोधन करते हुए स्वतंत्रता सेनानी की परिभाषा में बदलाव कर दिया है।
इसमें कहा गया है कि विधि, न्याय एवं संसदीय कार्य मंत्रालय ने मंगलवार रात संबंधित अध्यादेश जारी किया। रिपोर्ट में कहा गया है कि कानून में संशोधन से राष्ट्रपिता बंगबंधु शेख मुजीबुर्रहमान शब्द में भी संशोधन किया गया है।
एक पोर्टल के अनुसार, 'राष्ट्रपिता बंगबंधु शेख मुजीबुर्रहमान शब्द और कानून के वे हिस्से जिनमें बंगबंधु शेख मुजीबुर्रहमान का नाम था, उन्हें हटा दिया गया है।'
एक समाचार पत्र ने बताया कि अध्यादेश में मुक्ति संग्राम की परिभाषा में भी मामूली बदलाव किया गया है। इसमें कहा गया है, 'मुक्ति युद्ध की नई परिभाषा में बंगबंधु शेख मुजीबुर्रहमान का नाम हटा दिया गया है। पहले वाली परिभाषा में कहा गया था कि यह युद्ध बंगबंधु के स्वतंत्रता के आह्वान के जवाब में छेड़ा गया था।'