अग्निवीरों के 5वें बैच की पासिंग आउट परेड हुई
568 अग्निवीरों ने प्रशिक्षण के समापन का जश्न मनाया

कार्यक्रम की समीक्षा सेंटर कमांडेंट ब्रिगेडियर अजय सिंह ठाकुर ने की
बेंगलूरु/दक्षिण भारत। मद्रास इंजीनियर ग्रुप एंड सेंटर स्थित गोविंदस्वामी ड्रिल स्क्वायर पर गुरुवार को अग्निवीरों के पांचवें बैच की पासिंग आउट परेड (पीओपी) हुई। कुल 568 अग्निवीरों ने भव्य समारोह में अपने सख्त प्रशिक्षण के समापन का जश्न मनाया। यह 'ऑपरेशन सिंदूर' के बीच भारतीय सेना में उनके प्रवेश का प्रतीक था।
सैन्य शिष्टाचार के तहत परेड में अग्निवीर औपचारिक पोशाक, नीले 'दुपट्टे', सुनहरे और मैरून जरी बैंड तथा सफेद स्पैट्स के साथ नजर आए। वे सैन्य बैंड की प्रेरक धुनों के साथ मार्च कर रहे थे। यह प्रदर्शन केंद्र द्वारा दिए गए प्रशिक्षण के उच्च मानकों तथा मद्रास सैपर्स द्वारा अपनाए गए उत्कृष्टता के मूल्यों का शानदार प्रतिबिंब था।कार्यक्रम की समीक्षा मद्रास इंजीनियर ग्रुप एंड सेंटर के कमांडेंट ब्रिगेडियर अजय सिंह ठाकुर ने की। उन्होंने अग्निवीरों की ड्रिल और प्रोफेशनलिज्म के उत्कृष्ट प्रदर्शन की सराहना की। उन्होंने परेड को संबोधित करते हुए युवा सैनिकों की राष्ट्र की सेवा के प्रति समर्पण और तत्परता की सराहना की।
समारोह का मुख्य आकर्षण अग्निवीरों के माता-पिता को ‘गौरव पदक’ प्रदान करना था। उन्हें अपने बेटों को ‘थम्बी सैपर’ के रैंक चिह्न से अलंकृत करने के लिए आमंत्रित किया गया, जो प्रशिक्षु से सैनिक बनने का भावनात्मक क्षण था।
परिजन के लिए एक यादगार अनुभव सुनिश्चित करने के लिए, केंद्र ने उनके स्वागत, ठहरने और परिवहन के लिए व्यवस्था की थी। इस कार्यक्रम का समापन पूर्व सैनिकों, वरिष्ठ अधिकारियों और मेहमानों के परिवारों के साथ बातचीत करने और उनकी खुशी एवं गर्व को साझा करने के साथ हुआ।