ढीले पड़े बिलावल के तेवर, आतंकवाद में कमी लाने के लिए दिया यह सुझाव
अनर्गल बयानबाजी के लिए जाने जाते हैं बिलावल

Photo: BilawalBhuttoZardariPk FB Page
इस्लामाबाद/दक्षिण भारत। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के अध्यक्ष और पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा है कि पाकिस्तान और भारत की खुफिया एजेंसियों के बीच सहयोग से दक्षिण एशिया में आतंकवाद में काफी कमी आ सकती है।
स्थानीय अख़बार 'डॉन' की एक रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के अध्यक्ष, जो भारत के साथ हालिया संघर्ष के बाद समर्थन प्राप्त करने के लिए वैश्विक कूटनीतिक प्रयास के तहत अमेरिका में एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं, मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।बुधवार को अखबार ने बिलावल के हवाले से कहा, 'मुझे पूरा विश्वास है कि अगर आईएसआई और रॉ इन ताकतों से लड़ने के लिए साथ मिलकर काम करने को तैयार हों, तो हम भारत और पाकिस्तान दोनों में आतंकवाद में उल्लेखनीय कमी देखेंगे।'
उन्होंने वैश्विक समुदाय से दक्षिण एशिया में सक्रिय बने रहने का आग्रह किया तथा चेतावनी दी कि हाल ही में हुए युद्ध विराम के बाद परमाणु हथियार संपन्न पड़ोसियों के बीच संघर्ष का खतरा कम नहीं हुआ है, बल्कि बढ़ गया है।
बिलावल ने कहा, 'अंतरराष्ट्रीय समुदाय के हस्तक्षेप से - और मैं विशेष रूप से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और विदेश मंत्री मार्को रुबियो के नेतृत्व वाली उनकी टीम द्वारा निभाई गई भूमिका का उल्लेख करना चाहूंगा - हम भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध विराम हासिल करने में सफल रहे। यह एक स्वागत योग्य पहला कदम है, लेकिन यह केवल पहला कदम है।'
बता दें कि 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है। छह मई की रात को भारत ने पाकिस्तान और पीओके में आतंकवादी बुनियादी ढांचे पर सटीक हमले किए थे।