आरसीबी की जीत का जश्न मनाने आए लोगों में मची भगदड़, 11 की मौत
भारी भीड़ हुई अनियंत्रित

Photo: PixaBay
बेंगलूरु/दक्षिण भारत। रॉयल चैलेंजर्स बेंगलूरु की जीत के जश्न में भाग लेने के लिए यहां चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए, जिसके कारण मची अफरा-तफरी में कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई और 33 घायल हो गए। मुख्यमंत्री सिद्दरामय्या ने इस आंकड़े की पुष्टि की है।
पीटीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (केएससीए) द्वारा आरसीबी टीम के लिए स्टेडियम में आयोजित विशेष सम्मान समारोह से पहले पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने और स्थिति को काबू में लाने के लिए हल्का बल प्रयोग किया।प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सम्मान समारोह स्थल पर प्रशंसकों की भीड़ उमड़ने से भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई। तस्वीरों में पुलिस घायलों और बेहोश हुए लोगों को एंबुलेंस में लेकर पास के अस्पतालों में ले जाती दिख रही है।
वीडियो में कुछ ऐसे लोगों को भी दिखाया गया, जो बेहोशी की हालत में थे और आस-पास के लोगों द्वारा उन्हें कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन (सीपीआर) दिया जा रहा था। पुलिस को भीड़ को नियंत्रित करने में काफी मशक्कत करनी पड़ी, क्योंकि उसी समय बड़ी संख्या में क्रिकेट प्रेमी स्टेडियम में घुसने की कोशिश कर रहे थे।
बेंगलूरु पुलिस की यातायात सलाह के अनुसार, चिन्नास्वामी स्टेडियम में केवल वैध टिकट और पास वाले लोगों को ही प्रवेश की अनुमति थी। इसमें कहा गया है, 'चूंकि चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास सीमित पार्किंग सुविधा उपलब्ध है, इसलिए कार्यक्रम में भाग लेने वालों को सार्वजनिक परिवहन और मेट्रो का उपयोग करने की सलाह दी जाती है। जनता से सहयोग करने का अनुरोध किया जाता है।'
शांति बनाए रखने की अपील
घटना पर टिप्पणी करते हुए उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने कहा कि पुलिस आयुक्त से बात की है और बाद में वे खुद भी अस्पताल जाएंगे। उन्होंने कहा कि वे डॉक्टरों को परेशान नहीं करना चाहते, जो मरीजों की देखभाल कर रहे हैं। उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। बताया कि कार्यक्रम में लाखों लोग आए थे।
न्यायिक जांच कराने की मांग
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विजयेंद्र येडीयुरप्पा ने राज्य सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि सरकार को इस त्रासदी की पूरी जिम्मेदारी लेनी चाहिए। जब पूरा देश और कर्नाटक आरसीबी की जीत का जश्न मना रहे थे, तब राज्य सरकार द्वारा बिना किसी पूर्व तैयारी के विजय रैली आयोजित करने की जल्दबाजी के कारण यह त्रासदी हुई।
उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार ने पहले से कोई तैयारी नहीं की। उसकी प्रचार में ज़्यादा दिलचस्पी थी। उन्होंने कहा कि कुछ पीड़ितों से बात की, वहां न तो पुलिस थी, न ही एंबुलेंस की सुविधा थी। उन्होंने मामले की न्यायिक जांच कराने की मांग की।
प्रधानमंत्री ने दुख जताया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना को बेहद हृदयविदारक बताया है। उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, 'बेंगलूरु में हुई दुर्घटना बहुत ही हृदयविदारक है। इस दुखद घड़ी में मेरी संवेदनाएं उन सभी लोगों के साथ हैं, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है। मैं घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।'
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी गहरा दुख व्यक्त किया है।