डोनाल्ड ट्रंप का 'संघर्ष विराम' संबंधी दावा देश के लिए अपमानजनक: मल्लिकार्जुन खरगे
उन्होंने मांग की, 'प्रधानमंत्री को जवाब देना चाहिए'

Photo: @kharge X account
नई दिल्ली/दक्षिण भारत। विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने सोमवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के इस दावे को देश के लिए अपमानजनक बताया कि उन्होंने मई में ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम कराने के लिए मध्यस्थता की थी।
खरगे और कांग्रेस पार्टी के अन्य सदस्यों ने यह भी मांग की कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर के दौरान संघर्ष विराम पर ट्रंप के दावों के बारे में उनके द्वारा उठाए गए मुद्दों पर जवाब देना चाहिए।शून्यकाल के दौरान विपक्ष के हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही कुछ समय के लिए स्थगित करनी पड़ी तथा दोपहर 12 बजे प्रश्नकाल के लिए जब राज्यसभा की कार्यवाही पुनः शुरू हुई तो कांग्रेस ने सदन से बहिर्गमन कर दिया।
खरगे ने राज्यसभा में कई विपक्षी सदस्यों के साथ मिलकर दिन के सूचीबद्ध कार्य को स्थगित करने के बाद पहलगाम में आतंकवादी हमले और ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा शुरू करने के लिए (नियम 267 के तहत) कार्य स्थगन नोटिस प्रस्तुत किया था।
शून्यकाल के दौरान यह मुद्दा उठाते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने पहलगाम हमले, ऑपरेशन सिंदूर, कथित सुरक्षा चूक और विदेश नीति पर दो दिवसीय बहस की मांग की।
उन्होंने मांग की, 'प्रधानमंत्री को जवाब देना चाहिए।'
22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले को याद करते हुए, खरगे ने दुख जताया कि इस हमले को अंजाम देने वाले आतंकवादी आज तक न तो पकड़े गए हैं और न ही मारे गए हैं।
सभापति जगदीप धनखड़ ने भी प्रदर्शनकारी विपक्षी सांसदों को आश्वासन दिया कि वे इस मुद्दे पर पूर्ण चर्चा सुनिश्चित करेंगे तथा सदस्य जितना समय चाहेंगे, उतना समय देंगे।
धनखड़ ने कहा कि वे विभिन्न दलों के नेताओं के साथ इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे। इसके बाद उन्होंने विपक्षी सदस्यों के हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
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