झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन का निधन
हेमंत सोरेन ने कहा- 'आज मैं शून्य हो गया हूं'
Photo: @ShibuSorenJMM X account
रांची/दक्षिण भारत। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन का सोमवार को निधन हो गया। वे 81 साल के थे। वे कई दिनों से दिल्ली के एक अस्पताल में भर्ती थे। सोमवार को उनकी तबीयत बिगड़ गई और उन्होंने आखिरी सांस ली।
शिबू सोरेन के बेटे एवं झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने एक्स अकाउंट पर कहा, ' आदरणीय दिशोम गुरुजी हम सभी को छोड़कर चले गए हैं। आज मैं शून्य हो गया हूं।'शिबू सोरेन का जन्म 11 जनवरी, 1944 को रामगढ़ जिले के नेमरा गांव में हुआ था, जो उस समय बिहार में था। वे वर्तमान में राज्यसभा सदस्य थे। शिबू सोरेन संथाल जनजाति से हैं। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा रामगढ़ जिले में पूरी की थी।
वे पहली बार साल 2005 में 10 दिनों के लिए (2 मार्च से 12 मार्च तक) झारखंड के मुख्यमंत्री रहे थे। इसके बाद साल 2008 से 2009 तक, और फिर साल 2009 से 2010 तक मुख्यमंत्री रहे थे।
शिबू सोरेन ने 18 साल की उम्र में संथाल नवयुवक संघ का गठन किया था। उन्होंने साल 1972 में एके रॉय, बिनोद बिहारी महतो के साथ मिलकर झारखंड मुक्ति मोर्चा का गठन किया था।
वे साल 1977 में अपना पहला लोकसभा चुनाव हार गए थे। इसके बाद साल 1980 में दुमका से लोकसभा के लिए चुने गए थे। इसके बाद साल 1989, 1991 और 1996 में भी लोकसभा के लिए चुने गए थे।
शिबू सोरेन का विवाह रूपी किस्कू से हुआ था। उनके तीन बेटे दुर्गा सोरेन, हेमंत सोरेन और बसंत सोरेन तथा एक बेटी अंजलि सोरेन हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिबू सोरेन को श्रद्धांजलि देते हुए कहा, 'शिबू सोरेन एक ज़मीनी नेता थे, जिन्होंने जनता के प्रति अटूट समर्पण के साथ सार्वजनिक जीवन में ऊंचाइयों को छुआ। वे आदिवासी समुदायों, गरीबों और वंचितों के सशक्तीकरण के लिए विशेष रूप से समर्पित थे। उनके निधन से दुःख हुआ। मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और प्रशंसकों के साथ हैं। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से बात की और संवेदना व्यक्त की। ऊं शांति।'


