ईरान ने मोसाद के लिए जासूसी कर रहे शख्स को फांसी दी
परमाणु वैज्ञानिक की हत्या से जुड़ा है मामला
Photo: PixaBay
तेहरान/दक्षिण भारत। ईरान ने रूजबेह वादी नामक शख्स को मृत्युदंड दे दिया है, जिसे इजराइल के लिए जासूसी करने और मोसाद को महत्त्वपूर्ण जानकारी देने का दोषी ठहराया गया था। इसके कारण एक ईरानी परमाणु वैज्ञानिक की हत्या हुई थी।
ईरानी न्यायपालिका द्वारा इसकी पुष्टि की गई है। उच्चतम न्यायालय द्वारा उक्त शख्स के अपराध और सजा पर मुहर लगने के बाद उसे मृत्युदंड दे दिया गया।अदालती दस्तावेजों और शख्स द्वारा स्वीकार किए गए बयानों के अनुसार, रूजबेह वादी को पूरी जानकारी थी कि वह इजराइली खुफिया एजेंसी के साथ काम कर रहा था। वह एक प्रमुख ईरानी संगठन में संवेदनशील पद पर था, जिसके कारण वह मोसाद के लिए एक मूल्यवान लक्ष्य बन गया था।
ऑनलाइन भर्ती हुए रूजबेह वादी का मोसाद अधिकारियों द्वारा कई बार मूल्यांकन किया गया। उसकी पहुंच स्तर की पुष्टि होने के बाद, एलेक्स नामक एक एजेंट ने उसकी भर्ती प्रक्रिया को तेज़ी किया। इसके बाद, केविन नाम का एक और एजेंट वादी का हैंडलर बन गया, जिससे मोसाद के साथ उसका औपचारिक सहयोग शुरू हुआ था।
रूजबेह वादी ने पारंपरिक फायदों के बजाय डिजिटल मुद्रा वॉलेट में जमा मासिक पेमेंट का अनुरोध किया और उसे हासिल किया था। मोसाद ने रूजबेह को तकनीकी प्रशिक्षण और सुरक्षित संचार उपकरण दिए थे, जिससे वह संवेदनशील जानकारी निकालने और भेजने में सक्षम हो गया था।
तेहरान टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, वह मोसाद के गुर्गों के साथ पांच गुप्त बैठकों के लिए वियना गया, जहां उसे कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच काम करना पड़ा था। उन बैठकों के दौरान, तेहरान लौटने से पहले उसे अपने मिशन को अंजाम देने के लिए विस्तृत निर्देश दिए गए।
रूजबेह वादी को आंतरिक घटनाक्रम और खुफिया जानकारी पर साप्ताहिक रिपोर्ट देने का काम सौंपा गया था। खुफिया एजेंसी से तकनीकी पूछताछ का जवाब देने के बाद उसे पेमेंट मिलता था। उस पर जून में ईरान के खिलाफ इजराइल द्वारा शुरू किए गए युद्ध के दौरान एक ईरानी परमाणु वैज्ञानिक की मौत का कारण बनी जानकारी देने का भी आरोप है।
ईरानी सुरक्षा बलों ने रूजबेह वादी की गतिविधियों पर नज़र रखी और मोसाद से उसके संबंधों की पुष्टि होने के बाद उसे गिरफ्तार किया था। उस पर जासूसी, इजराइल के साथ सहयोग और अपने कार्यों के लिए धन लेने का आरोप लगाया गया।
ईरानी अदालत ने रूजबेह वादी को इजराइल के शत्रुतापूर्ण कृत्यों के विरुद्ध कानून और ईरान के इस्लामी दंड संहिता के कई अनुच्छेदों के तहत मौत की सजा सुनाई और उसके कार्यों को राष्ट्रीय सुरक्षा और सार्वजनिक व्यवस्था के लिए गंभीर खतरा बताया।
तेहरान टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, तेल अवीव के साथ हालिया तनाव के बीच ईरान में मोसाद से जुड़े 700 से अधिक जासूसों को पकड़ा गया। इससे पहले, ईरान के 'प्रतिष्ठित व्यक्तियों' की हत्या करने के लिए ईरान में बम और विध्वंसक सामग्री की तस्करी करने वाले तीन लोगों को पश्चिमी अज़रबैजान प्रांत में फांसी दे दी गई थी।
इसके अलावा, ईरानी सुरक्षा एजेंसियों ने हाल के महीनों में तेहरान और अन्य शहरों में मोसाद एजेंटों द्वारा संचालित कई गुप्त ड्रोन सुविधाओं का पता लगाया और उन्हें नष्ट कर दिया।


