चेन्नई। तुतिकोरीन में स्टरलाइट संयंत्र के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान पुलिस की गोलाबारी में १३ लोगों की मौत पर अब विपक्ष ने केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ बंद का आह्वान किया है। द्रवि़ड मुनेत्र कषगम(द्रमुक) की नेता और राज्यसभा सांसद कनिमोझी ने शुक्रवार को राज्य भर में बंद का ऐलान किया। इस दौरान कनिमोझी ने केंद्र सरकार पर तमिलनाडु सरकार को नियंत्रित करने और इसे रिमोट से संचालित करने का आरोप लगाया। कनिमोझी ने आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र और राज्य सरकार के संरक्षण के कारण ही राज्य में स्टरलाइट फैक्ट्री आगे ब़ढने में कामयाब हुई है। उन्होंने कहा कि यह जानना बेहद जरूरी है कि पुलिस को किसने गोली चलाने का आदेश दिया, जिससे तुतिकोरीन में १३ प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई।बुधवार को हिंसा के बाद तुतिकोरीन के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को स्थानांतरित कर दिया गया था जिसके बाद गुरुवार को जिले के नए पुलिस अधीक्षक और कलेक्टर ने जिले में पहुंचकर तत्काल प्रभाव से अपना पदभार ग्रहण किया। तुतिकोरीन के नए कलेक्टर संदीप नंदुरी ने गुरुवार को यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि चूंकि सरकार ने विभिन्न घटनाओं की जांच के लिए एक जांच समिति को आदेश दे दिया है, ऐसे में उनके लिए इस मुद्दे पर टिप्पणी करना अनुचित होगा। उन्होंने यह भी कहा कि तनाव की स्थिति के मद्देनजर जिले में क़डे सुरक्षा इंतजाम किये गए हैं, साथ ही प्रशासन के अफसर लगातार हालात पर नजर बनाए हुए हैं्। अफवाहों को रोकने के लिए तुतिकोरिन, मदुरै और कन्याकुमारी जिलों में इंटरनेट पर रोक लगा दी गई है। इसके साथ ही राज्य के तमाम राजनीतिक दलों के नेताओं, सामाजिक संगठनों और अन्य लोगों ने यहां के नागरिकों से शांति बनाए रखने की अपील की है। ज्ञातव्य है कि जिस स्टरलाइट संयंत्र के खिलाफ प्रदर्शन किए जा रहे हैं, वहां पर हर वर्ष कॉपर कथोड का निर्माण होता है। कंपनी हर साल इस इकाई में करीब ४,००,००० टन कॉपर कथोड बनाती है, जिसका उत्पादन ब़ढाकर ८,००,००० टन करने का लक्ष्य रखा गया है। यूनिट के इसी विस्तार के विरोध में स्थानीय लोग काफी लंबे समय से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।