आसोतरा के पास आमने-सामने भिड़ी दो कारें, एक महिला सहित दो की मौत, छह घायल
आसोतरा के पास आमने-सामने भिड़ी दो कारें, एक महिला सहित दो की मौत, छह घायल
बेंगलूरु/जोधपुर/एजेन्सी। राजस्थान में बालोतरा के आसोतरा के पास मंगलवार सुबह सिवाना रोड़ पर दो कारांें की आपसी भिड़ंत में एक महिला सहित 2 जनों की मौत हो गई, वहीं हादसे में 6 लोग घायल हो गए्। घायलों को प्राथमिक उपचार के लिए बालोतरा के नाहटा अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इनमें से दो जनों की स्थिति गंभीर बनी हुई है। हादसे की सूचना मिलने पर सिवाना व बालोतरा पुलिस के अधिकारियों ने घटना स्थल का मुआयना किया। घटना की जानकारी मिलने पर बालोतरा सीओ सुभाष खोजा, नगर परिषद नेता प्रतिपक्ष मदनराज चौपड़ा सहित बड़ी संख्या में जैन समाज के लोग नाहटा अस्पताल व घटना स्थल पर पहुंचे।
पुलिस के अनुसार जालौर जिले के चितलवाना निवासी एक परिवार के कुछ लोग एक कार में सवार होकर नाकोड़ा जैन तीर्थ के दर्शन करके वापस लौट रहे थे। सिवाणा रोड पर आसोतरा से दो किलोमीटर दूर तेज रफ्तार के साथ उनकी कार सामने से आ रही एक अन्य कार से जा टकराई्। भयंकर टक्कर लगने से दोनों कारों के परखच्चे उड़ गए्। प्राप्त जानकारी के अनुसार नाकोड़ा तीर्थ के दर्शन के लिए बेंगलूरु निवासी व वर्धमान स्थानकवासी जैन संघ चिकपेट शाखा के अध्यक्ष विजयराज लुणिया अपनी धर्मपत्नी निर्मला लुणिया, मित्र प्रकाशचन्द बम्ब व उनकी धर्मपत्नी के साथ दुर्घटना में शामिल एक कार में सवार थे। विजयराज लुणिया इनोवा कार में आगे ड्राइवर के पास बैठे हुए थे। कार की टक्कर इतनी भंयकर थी कि लुणिया की घटना स्थल पर ही मौत हो गई।
बताया जा रहा है कि अन्य घायलों को प्राथमिक रुप से बालोतरा के नाहटा अस्पताल रेफर किया गया। जानकारी मिली है कि बेंगलूरु के अन्य तीन घायल सवार स्व. विजयराज लुणिया की धर्मपत्नी, प्रकाशचन्द बम्ब व उनकी धर्मपत्नी को जोधपुर मेडप्लस अस्पताल इलाज के लिए भेजा गया है जहां तीनों का इलाज चल रहा है। (समाचार लिखे जाने तक) । विजयराज लुणिया की आकस्मिक मौत से बेंगलूरु जैन समाज में शोक का माहौल बना हुआ है। कोई भी उनकी मौत की खबर पर विश्वास करने को तैयार नहीं है। ज्ञातव्य है कि विजयराज लुणिया एक खुशमिजाज व मिलनसार व्यक्तित्व के धनी थे। राजस्थान के पाली जिले के पिपलिया कला के मूल निवासी स्व. विजयराज बेंगलूरु की अनेक सामाजिक, धार्मिक, शैक्षणिक व चिकित्सकीय संस्थाओं में सक्रिय रुप से जुड़े हुए थे। वे समाजोपयोगी योजनाओं में आगे बढ़कर उदारता से दान देते थे। जे. किशनलाल फूलचन्द फर्म बेंगलूरु की एक प्रतिष्ठित फमर्र् रही है। फूलचन्द लुणिया एक प्रतिष्ठित समाजसेवी थे और विजयराज लुणिया ने अपने पिता की साख को कायम रखा। उनकी मौत की खबर वास्तव में एक दुखद घटना है। उनके पुत्र अभय व पुत्री अनीता लुणिया परिवार के अन्य सदस्यों के साथ जोधपुर रवाना हो चुके हैं। दक्षिण भारत राष्ट्रमत परिवार अपने हितैषी स्व. विजयराज लुणिया के आकस्मिक निधन पर शोक व्यक्त करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित करता है।