जासूसी मामला: यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा के बारे में पुलिस को कौनसी नई जानकारी मिली?
वह 'ट्रैवल विद जेओ' चैनल चलाती थी

Photo: @TravelwithJo YouTube Channel
चंडीगढ़/दक्षिण भारत। हरियाणा की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को पाकिस्तानी खुफिया एजेंट कथित तौर पर एक एसेट के रूप में विकसित कर रहे थे। इस युवती को जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। हरियाणा के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी।
अधिकारी ने हरियाणा के हिसार में मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि वह पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के बाद कथित तौर पर भारत और पाकिस्तान के बीच चार दिवसीय सैन्य संघर्ष के दौरान नई दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग में तैनात एक पाकिस्तानी अधिकारी के संपर्क में थी।हिसार के पुलिस अधीक्षक शशांक कुमार सावन ने कहा कि ज्योति मल्होत्रा के पास सैन्य या रक्षा अभियानों से जुड़ी किसी भी जानकारी तक सीधी पहुंच नहीं थी, जिसके बारे में कहा जा सके कि वह साझा कर सकती थी, लेकिन वह सीधे पीआईओ के संपर्क में थी।
पुलिस अधीक्षक ने कहा, 'निश्चित रूप से, वे उसे एक एसेट के रूप में विकसित कर रहे थे। वह अन्य यूट्यूब इन्फ्लूएंसरों के संपर्क में थी। वह पीआईओ के संपर्क में भी थी।' उन्होंने कहा, 'यह भी एक प्रकार का युद्ध है, जिसमें वे प्रभावशाली लोगों की भर्ती करके अपनी बात को आगे बढ़ाने का प्रयास करते हैं।'
उन्होंने बताया कि हिसार निवासी ज्योति मल्होत्रा (33) यूट्यूब चैनल 'ट्रैवल विद जेओ' चलाती है और उसे शुक्रवार को न्यू अग्रसेन एक्सटेंशन से गिरफ्तार किया गया था। उसके खिलाफ सरकारी गोपनीयता अधिनियम और भारतीय न्याय संहिता की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस अधीक्षक सावन ने बताया कि हरियाणा पुलिस ज्योति मल्होत्रा से पूछताछ कर रही है। उन्होंने कहा, 'हम उसके वित्तीय लेन-देन, यात्रा विवरण, वह कहां गई और किससे मिली, इसका विश्लेषण कर रहे हैं। पुलिस केंद्रीय एजेंसियों के संपर्क में भी है।'
अधिकारी ने कहा कि ज्योति मल्होत्रा पीआईओ के लोगों के संपर्क में थीं और उसने 'कई बार' पाकिस्तान और एक बार चीन का दौरा किया था।
पहलगाम आतंकी हमले के दौरान उसकी गतिविधियों के बारे में किसी जानकारी के बारे में पूछे जाने पर तथा क्या वह ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तानी उच्चायोग में तैनात पाकिस्तानी अधिकारी के संपर्क में थी, पुलिस अधीक्षक ने कहा कि (भारत-पाकिस्तान) संघर्ष के दौरान वह पीआईओ और उस व्यक्ति के संपर्क में थी, जिसे अवांछित व्यक्ति घोषित किया गया था।
उन्होंने कहा, 'हम उसके लैपटॉप और अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स का फोरेंसिक विश्लेषण करेंगे। इसके बाद यह स्पष्ट हो जाएगा कि उसने क्या जानकारी साझा की है।' एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि वित्तीय विशेषज्ञों की कई टीमें उसके वित्तीय लेन-देन और यात्रा विवरण का विश्लेषण कर रही हैं।