संसदीय लोकतंत्र में सक्रिय विपक्ष महत्वपूर्ण, संख्या को लेकर परेशान होने की जरूरत नहीं: मोदी
संसदीय लोकतंत्र में सक्रिय विपक्ष महत्वपूर्ण, संख्या को लेकर परेशान होने की जरूरत नहीं: मोदी
नई दिल्ली/भाषा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि संसदीय लोकतंत्र में सक्रिय विपक्ष महत्वपूर्ण होता है और उसे अपनी संख्या के बारे में परेशान होने की जरूरत नहीं, बल्कि सक्रियता से बोलने और सदन की कार्यवाही में भागीदारी करने की आवश्यकता होती है।
सत्रहवीं लोकसभा के सत्र की शुरुआत से पहले मोदी ने मीडिया से कहा कि उन्हें उम्मीद है कि यह सत्र एक सार्थक सत्र होगा। उन्होंने कहा, संसदीय लोकतंत्र में विपक्ष की भूमिका और सक्रिय विपक्ष महत्वपूर्ण होता है। विपक्ष को अपनी संख्या को लेकर परेशान होने की जरूरत नहीं है। मुझे उम्मीद है कि वे (विपक्ष) सक्रियता से बोलेंगे और सदन की कार्यवाही में भागीदारी करेंगे।PM @narendramodi addresses media before the first session of 17th Lok Sabha#17thLokSabha pic.twitter.com/qxCQivcWEF
— PIB India #StayHome #StaySafe (@PIB_India) June 17, 2019
मोदी ने सभी सांसदों से आग्रह किया कि वे जब सदन में हों तो देश के बारे में सोचें और राष्ट्र के व्यापक हित से जुड़े मुद्दों का समाधान करें। प्रधानमंत्री ने कहा, जब हम संसद आते हैं तो हमें पक्ष और विपक्ष को भूल जाना चाहिए। हमें निष्पक्ष भावना के साथ मुद्दों के बारे में सोचना चाहिए और राष्ट्र के व्यापक हित में काम करना चाहिए।
मोदी ने यह भी कहा कि नए सदन में महिला सांसदों की संख्या काफी है। उन्होंने कहा, मेरा अनुभव कहता है कि जब संसद निर्बाध रूप से चलती है तो हम भारत के लोगों की अनगिनत आकांक्षाओं को पूरा कर पाते हैं।